विभिन्न ग़ज़लकारों - शायरों की ग़ज़लें / Ghazal in Hindi Font by Shayar (Poet )

  • कृष्ण बिहारी नूर / Krishn Bihari Noor
  • 8/18/2025
    परिचय - कृष्णबिहारी ‘नूर’ का जन्म लखनऊ के ग़ौसनगर मुहल्ले में बाबू कुंजबिहारीलाल श्रीवास्तव के यहाँ 8 नवंबर, 1925 को हुआ। जून 1947 में उनका विवाह शकुन्तला देवी से हुआ। 19 जुलाई, 1982 को नूरसाहब की धर्...
  • गोपालदास नीरज की ग़ज़लें (हिंदी) / Gopal Das Neeraj Ghazal
  • 8/17/2025
     तमाम उम्र मैं इक अजनबी के घर में रहा / गोपालदास "नीरज"तमाम उम्र मैं इक अजनबी के घर में रहा ।सफ़र न करते हुए भी किसी सफ़र में रहा ।वो जिस्म ही था जो भटका किया ज़माने में,हृदय तो मेरा हमेशा तेरी डगर मे...
  • Josh Malihabadi Ghazal / Nazm जोश मलीहाबादी की ग़ज़ले और नज़्में
    8/17/2025
     जोश मलीहाबादी की ग़ज़लें सोज़-ए-ग़म दे के मुझे उस ने ये इरशाद किया / जोश मलीहाबादी / ग़ज़लसोज़-ए-ग़म दे के मुझे उस ने ये इरशाद कियाजा तुझे कशमकश-ए-दहर से आज़ाद कियावो करें भी तो किन अल्फ़ाज़ में तेरा शिक...
  • Jan Nisar Akhtar Ghazal / जाँ निसार अख्तर की ग़ज़लें
    8/17/2025
     आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो /ग़ज़ल / जाँ निसार अख़्तरआहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम होसाया कोई लहराए तो लगता है कि तुम होजब शाख़ कोई हाथ लगाते ही चमन मेंशरमाए लचक जाए तो लगता है कि तुम होसंदल...
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  • Kaifi Azmi Ghazal / कैफ़ी आज़मी की ग़ज़लें
    8/16/2025
     तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो / कैफ़ी आज़मीफ़िल्म: अर्थ ( 1982)तुम इतना जो मुस्कुरा रहे होक्या ग़म है जिस को छुपा रहे होआँखों में नमी हँसी लबों परक्या हाल है क्या दिखा रहे होबन जाएँगे ज़हर पीते पीतेये अश्...
  • Adam Gondvi Ghazal / अदम गोंडवी की ग़ज़लें
    8/14/2025
    अदम गोंडवी (22 अक्तूबर 1947-18 दिसंबर 2011), मूल नाम रामनाथ सिंह का जन्म आटा ग्राम, परसपुर, गोंडा (उत्तर प्रदेश) में देवी कलि सिंह और मांडवी सिंह के घर हुआ । उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं; कविता संग्रह : ध...
  • अदा ज़ाफ़री | Ada Jafri / Zafri
    8/14/2025
     अदा ज़ाफ़री की ग़ज़लें Ghazals by Ada Zafriहाल खुलता नहीं जबीनों से / 'अदा' ज़ाफ़रीहाल खुलता नहीं जबीनों सेरंज उठाए हैं जिन क़रीनों सेरात आहिस्ता-गाम उतरी हैदर्द के माहताब ज़ीनों सेहम ने सोचा न उस ने जान...
  • राम प्रसाद बिस्मिल | Ram Prasad Bismil
    8/14/2025
    राम प्रसाद बिस्मिल की रचनाएँ / ग़ज़ल / कविताएं 1. सरफ़रोशी की तमन्नासरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैदेखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में हैकरता नहीं क्यूँ दूसरा कुछ बातचीत,देखता हूँ मैं जिसे वो च...
  • Azhar Inayati Ghazal / अज़हर इनायती की ग़ज़लें
  • 12/18/2024
     ग़ज़लें अज़हर इनायती की हम ने जो क़सीदों को अज़हर इनायती ग़ज़लहम ने जो क़सीदों को मुनासिब नहीं समझाशह ने भी हमें अपना मुसाहिब नहीं समझा.काँटे भी कुछ इस रुत में तरह-दार नहीं थेकुछ हम ने उलझना भी मुनासिब न...
  • Akbar Hyderabadi Ghazal / अकबर हैदराबादी की ग़ज़लें
    12/18/2024
    ग़ज़लें अकबर हैदराबादी की आँख में आँसू का अकबर हैदराबादी ग़ज़लआँख में आँसू का और दिल में लहू का काल हैहै तमन्ना का वही जो ज़िंदगी का हाल हैयूँ धुआँ देने लगा है जिस्म ओ जाँ का अलाओजैसे रग रग में रवाँ इक आत...
  • Shakeel Azmi Ghazal / शकील आज़मी की ग़ज़लें
    12/18/2024
    शकील आज़मी की ग़ज़लें बात से बात की गहराई चली जाती है / शकील आज़मी ग़ज़लबात से बात की गहराई चली जाती हैझूठ आ जाए तो सच्चाई चली जाती हैरात भर जागते रहने का अमल ठीक नहींचाँद के इश्क़ में बीनाई चली जाती हैमै...
  • Brij Narayan Chakbast बृज नारायण चकबस्त की ग़ज़लें नज़्में
    12/18/2024
    बृज नारायण चकबस्त (1860-1923) हिंदी साहित्य के एक महत्वपूर्ण कवि और लेखक थे, जिन्हें उर्दू साहित्य में भी गहरी रुचि थी। वे भारतीय पुनर्जागरण के दौरान हिंदी साहित्य में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में उभर...
  • Akhilesh Tiwari Ghazal / अखिलेश तिवारी की ग़ज़लें
    12/18/2024
    अखिलेश तिवारी की ग़ज़लेंकहाँ तलक यूँ तमन्ना को दर-ब-दर देखूँ अखिलेश तिवारी ग़ज़ल कहाँ तलक यूँ तमन्ना को दर-ब-दर देखूँसफ़र तमाम करूँ मैं भी अपना घर देखूँसुना है मीर से दुनिया है आइनाख़ानातो क्यों न फिर इस ...
  • Wali Dakhni Ghazal Shayari / वली दक्कनी की ग़ज़ल शायरी
    12/18/2024
    वली दक्कनी की ग़ज़ल /शायरीयाद करना हर घडी़ उस यार का वली दक्कनी ग़ज़ल शायरीयाद करना हर घड़ी उस यार काहै वज़ीफ़ा मुझ दिल-ए-बीमार काआरज़ू-ए-चश्मा-ए-कौसर नहींतिश्नालब हूँ शर्बत-ए-दीदार काआकबत क्या होवेगा माल...
  • अज़ीज़ लखनवी शेर और ग़ज़लें Aziz Lakhnavi Sher Shayari Ghazal
    12/18/2024
    Aziz Lakhnavi शेर-1 / अज़ीज़ लखनवी Aziz Lakhnavi Sher Shayari(1)हिफाजत करने वाले खिरमनों1 के मुतमईन2 बैठें,तजल्ली3 बर्क4 की महदूद5 मेरे आशियाँ तक है। (2)सुरूरे-शब6 की नहीं सुबह का खुमार7 हूँ मैं,निकल ...
  • Ashok Anjum Ghazal / अशोक अंजुम ग़ज़लें
    12/11/2024
     खिड़कियों की साजिशों से अशोक अंजुम ग़ज़ल / ग़ज़लें खिड़कियों की साजिशों से कुछ हवा की ढील सेझोपड़ी जल ही न जाए देखना कन्दील सेएक छोटा ही सही पर घाव देकर मर गईयूँ वो चिड़िया अन्त तक लड़ती रही उस चील स...
  • Nawaz Deobandi Ghazal Shayari / नवाज़ देवबंदी ग़ज़ल शायरी शेर
    12/11/2024
    Nawaz Deobandi Ghazal Shayariतेरे आने की जब ख़बर महके  नवाज़ देवबंदी ग़ज़ल शायरी तेरे आने की जब ख़बर महकेतेरी ख़ुशबू से सारा घर महकेशाम महके तिरे तसव्वुर सेशाम के बा'द फिर सहर महकेरात भर सोचता रहा तुझ क...
  • Majaz Lakhnavi Ghazal / मजाज़ लखनवी की ग़ज़लें
    12/10/2024
     Majaj Lakhnavi Ghazal हुस्न को बे-हिजाब होना था मजाज़ लखनवी ग़ज़ल / ग़ज़लें हुस्न को बे-हिजाब होना थाशौक़ को कामयाब होना थाहिज्र में कैफ़-ए-इज़्तिराब न पूछख़ून-ए-दिल भी शराब होना थातेरे जल्वों में घिर गय...
  • Adeem Hashmi Ghazal / अदीम हाशमी ग़ज़लें
    12/10/2024
    Adeem Hashmi Ghazalफ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न था अदीम हाशमी गजल / ग़ज़लें फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न थासामने बैठा था मेरे और वो मेरा न थावो कि ख़ुशबू की तरह फैला था मेरे चार-सूमैं उसे महसू...
  • Ana Qasmi Ghazal / अना क़ासमी की ग़ज़लें
    12/10/2024
     कैसा रिश्ता है इस मकान के साथ / 'अना' क़ासमी गजल / गजलेंकैसा रिश्ता है इस मकान के साथबात करता हूँ बेज़बान के साथआप तन्हा जनाब कुछ भी नहींतीर जचता है बस कमान के साथहर बुरे वक़्त पर नज़र उट्ठीक्या तअल्...
  • Ansar Kambari Ghazal Dohe / अंसार कंबरी की हिंदी ग़ज़लें /दोहे
    12/10/2024
     कलजुगी दोहे  अंसार कम्बरी दोहे  केवल परनिंदा सुने, नहीं सुने गुणगान।दीवारों के पास हैं, जाने कैसे कान ।।सूफी संत चले गए, सब जंगल की ओर।मंदिर मस्जिद में मिले, रंग बिरंगे चोर ।।सफल वही है आजकल, वही हुआ...
  • Sudarshan Faakir Ghazal / सुदर्शन फ़ाकिर की ग़ज़लें
    12/10/2024
     इश्क़ में ग़ैरत-ए-जज़्बात ने रोने न दिया  सुदर्शन फ़ाकिर ग़ज़ल / ग़ज़लेंइश्क़ में ग़ैरत-ए-जज़्बात ने रोने न दियावर्ना क्या बात थी किस बात ने रोने न दियाआप कहते थे कि रोने से न बदलेंगे नसीबउम्र भर आप क...
  • Bekal Utsahi Ghazal / बेकल उत्साही की ग़ज़लें
    12/10/2024
      दिमाग़ अर्श पे है ख़ुद ज़मीं पे चलते हैं बेकल उत्साही गजल / गजलेंदिमाग़ अर्श पे है ख़ुद ज़मीं पे चलते हैंसफ़र गुमान का है और यक़ीं पे चलते हैंहमारे क़ाफ़िला-सलारों के इरादे क्याचले तो हाँ पे हैं लेक...
  • Insha Allah Khan Insha Ghazal / इंशा अल्ला खाँ 'इंशा' की ग़ज़लें
    12/8/2024
      कमर बाँधे हुए चलने को इंशा अल्ला खाँ इंशा की ग़ज़लकमर बाँधे हुए चलने को याँ सब यार बैठे हैं बहुत आगे गए बाक़ी जो हैं तय्यार बैठे हैं न छेड़ ऐ निकहत-ए-बाद-ए-बहारी राह लग अपनी तुझे अटखेलियाँ सूझी हैं ...
  • Nasir Kazmi Ghazal / नासिर काज़मी ग़ज़लें
    12/8/2024
    Nasir Kazmi Ghazal /Ghazalsदिल धड़कने का सबब याद आया नासिर काज़मी ग़ज़ल ग़ज़लेंदिल धड़कने का सबब याद आयावो तिरी याद थी अब याद आयाआज मुश्किल था सँभलना ऐ दोस्ततू मुसीबत में अजब याद आयादिन गुज़ारा था बड़ी मु...
  • Noon Meem Rashid Ghazal Nazm / नून मीम राशिद ग़ज़लें नज़्में
    12/8/2024
    हसरत-ए-इंतिज़ार-ए-यार न पूछ नून मीम राशिद ग़ज़ल ग़ज़लेंहसरत-ए-इंतिज़ार-ए-यार न पूछहाए वो शिद्दत-ए-इंतिज़ार न पूछरंग-ए-गुलशन दम-ए-बहार न पूछवहशत-ए-क़ल्ब-ए-बे-क़रार न पूछसदमा-ए-अंदलीब-ए-ज़ार न पूछतल्ख़...
  • Shaad Azimabadi Ghazal / शाद अज़ीमाबादी की ग़ज़लें
    12/7/2024
     ढूँडोगे अगर मुल्कों मुल्कों मिलने के नहीं नायाब हैं हम शाद अज़ीमाबादी ग़ज़ल ग़ज़लें ढूँडोगे अगर मुल्कों मुल्कों मिलने के नहीं नायाब हैं हमजो याद न आए भूल के फिर ऐ हम-नफ़सो वो ख़्वाब हैं हममैं हैरत ओ ...
  • Shahryar Ghazal / शहरयार की ग़ज़लें
    12/7/2024
     सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यूँ है शहरयार ग़ज़ल ग़ज़लें सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यूँ हैइस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यूँ हैदिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूँडेपत्थर की तरह बे-हिस ओ ...
  • Shakeel Badayuni Ghazal / शकील बदायूनी की ग़ज़लें
    12/7/2024
     ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया  शकील बदायूनी ग़ज़ल ग़ज़लें ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आयाजाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आयायूँ तो हर शाम उमीदों में गुज़र जाती हैआज कुछ बात है जो शाम पे रोना आयाकभ...
  • Waseem Barelvi Ghazal / वसीम बरेलवी की ग़ज़लें
    12/7/2024
     अपने हर हर लफ़्ज़ का ख़ुद आइना हो जाऊँगा  वसीम बरेलवी की ग़ज़ल ग़ज़लें अपने हर हर लफ़्ज़ का ख़ुद आइना हो जाऊँगाउस को छोटा कह के मैं कैसे बड़ा हो जाऊँगातुम गिराने में लगे थे तुम ने सोचा ही नहींमैं गिर...
  • Mohammad Rafi Sauda Ghazal / मोहम्मद रफ़ी सौदा की ग़ज़लें
    12/7/2024
     जब यार ने उठा कर ज़ुल्फ़ों के बाल बाँधे मोहम्मद रफ़ी सौदा ग़ज़ल ग़ज़लेंजब यार ने उठा कर ज़ुल्फ़ों के बाल बाँधेतब मैं ने अपने दिल में लाखों ख़याल बाँधेदो दिन में हम तो रीझे ऐ वाए हाल उन कागुज़रे हैं जि...
  • Hasrat Mohani Ghazal / हसरत मोहानी की ग़ज़लें
    12/7/2024
     जो वो नज़र बसर-ए-लुत्फ़ आम हो जाए हसरत मोहानी की ग़ज़ल ग़ज़लें जो वो नज़र बसर-ए-लुत्फ़ आम हो जाएअजब नहीं कि हमारा भी काम हो जाएशराब-ए-शौक़ की क़ीमत है नक़्द-ए-जान-ए-अज़ीज़अगर ये बाइस-ए-कैफ़-ए-दवाम हो...
  • Ghazals of Bashar Nawaz Ghazal बशर नवाज़ की ग़ज़लें ग़ज़ल
    12/7/2024
     रोज़ कहाँ से कोई नया-पन अपने आप में लाएँगे बशर नवाज़ ग़ज़ल ग़ज़लें रोज़ कहाँ से कोई नया-पन अपने आप में लाएँगेतुम भी तंग आ जाओगे इक दिन हम भी उक्ता जाएँगेचढ़ता दरिया एक न इक दिन ख़ुद ही किनारे काटेगाअप...
  • Jaun Eliya Ghazal / जौन एलिया की ग़ज़लें
    12/7/2024
     उम्र गुज़रेगी इम्तिहान में क्या जौन एलिया की ग़ज़ल ग़ज़लें उम्र गुज़रेगी इम्तिहान में क्यादाग़ ही देंगे मुझ को दान में क्यामेरी हर बात बे-असर ही रहीनुक़्स है कुछ मिरे बयान में क्यामुझ को तो कोई टोकता ...
  • Fahmida Riaz Ghazal / फ़हमीदा रियाज़ की ग़ज़लें
    12/7/2024
    Ghazals of Fahmida Riaz Ghazalये पैरहन जो मिरी रूह का उतर न सका फ़हमीदा रियाज़ ग़ज़ल ग़ज़लें ये पैरहन जो मिरी रूह का उतर न सकातो नख़-ब-नख़ कहीं पैवस्त रेशा-ए-दिल थामुझे मआल-ए-सफ़र का मलाल क्यूँ-कर होकि जब स...
  • Firaq Gorakhpuri Ghazal / फ़िराक़ गोरखपुरी ग़ज़लें
    12/5/2024
     Firaq Gorakhpuri Ghazal / Ghazalsबहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं फ़िराक़ गोरखपुरी ग़ज़ल ग़ज़लें बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैंतुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैंमिरी नज़रें भी ...
  • Pirzada Qasim Ghazal / पीरज़ादा क़ासीम ग़ज़लें
    12/5/2024
     ग़म से बहल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैं पीरज़ादा क़ासीम ग़ज़ल ग़ज़लेंग़म से बहल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैंदर्द में ढल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैंसाया-ए-वस्ल कब से है आप का मुंतज़िर मगरहिज्र में जल रह...
  • Kaifi Azmi Ghazal Ghazals कैफ़ी आज़मी ग़ज़लें ग़ज़ल
    12/5/2024
     तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो कैफ़ी आज़मी ग़ज़ल ग़ज़लेंतुम इतना जो मुस्कुरा रहे होक्या ग़म है जिस को छुपा रहे होआँखों में नमी हँसी लबों परक्या हाल है क्या दिखा रहे होबन जाएँगे ज़हर पीते पीतेये अश्क जो ...
  • Jigar Moradabadi Ghazal / जिगर मुरादाबादी ग़ज़लें
    12/4/2024
     Jigar Moradabadi Ghazal  /Ghazalsइक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है जिगर मुरादाबादी ग़ज़ल ग़ज़लें इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना हैसिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना हैये किस का तसव्वुर है ...
  • क़तील शिफ़ाई की ग़ज़लें / Qateel Shifai Ghazals
    8/20/2025
    गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं / क़तील शिफ़ाईगर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैंहम चराग़ों की तरह शाम से जल जाते हैंशम्अ' जिस आग में जलती है नुमाइश के लिएहम उसी आग में गुमनाम से जल जाते हैंबच निक...
  • अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा की ग़ज़लें / Aziz Bano Darab Wafa Ghazals
    8/20/2025
     कभी गोकुल कभी राधा कभी मोहन बन के/ अज़ीज़ बानो दाराब  वफ़ाकभी गोकुल कभी राधा कभी मोहन बन केमैं ख़यालों में भटकती रही जोगन बन केहर जनम में मुझे यादों के खिलौने दे केवो बिछड़ता रहा मुझ से मिरा बचपन बन केम...
  • ग़ज़लें : गुलज़ार Ghazals of Gulzar
    12/5/2024
    आँखों में जल रहा है प बुझता नहीं धुआँआँखों में जल रहा है प बुझता नहीं धुआँउठता तो है घटा सा बरसता नहीं धुआँपलकों के ढाँपने से भी रुकता नहीं धुआँकितनी उँडेलीं आँखें प बुझता नहीं धुआँआँखों से आँसुओं के ...
  • Bahadur Shah Zafar Ghazal / बहादुर शाह ज़फ़र ग़ज़लें
    12/4/2024
    Bahadur Shah Zafar Ghazal /Ghazalsबात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी बहादुर शाह ज़फ़र ग़ज़ल ग़ज़लें बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थीजैसी अब है तिरी महफ़िल कभी ऐसी तो न थीले गया छीन के कौन आज तिरा ...
  • Parveen Shakir Ghazal / परवीन शाकिर की ग़ज़लें
    12/4/2024
    Parveen Shakir Ghazal /Ghazalsकुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी परवीन शाकिर की ग़ज़ल ग़ज़लें कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भीदिल को ख़ुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भीबात वो आधी रात की रा...
  • Sahir Ludhianvi Ghazal Ghazals साहिर लुधियानवी की ग़ज़लें ग़ज़ल
    12/4/2024
     कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया साहिर लुधियानवी की ग़ज़ल ग़ज़लें कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आयाबात निकली तो हर इक बात पे रोना आयाहम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उन कोक्या हुआ आज ये किस बात पे रोन...
  • Mirza Ghalib Ghazal / मिर्ज़ा ग़ालिब की ग़ज़लें
    12/4/2024
    Mirza Ghalib Ghazal /Ghazalsदिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है मिर्ज़ा ग़ालिब की ग़ज़ल ग़ज़लें दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या हैआख़िर इस दर्द की दवा क्या हैहम हैं मुश्ताक़ और वो बे-ज़ारया इलाही ये माजरा क्या हैमैं भी ...
  • Zafar Iqbal Ghazal / ज़फ़र इक़बाल की ग़ज़लें
    12/4/2024
    Zafar Iqbal Ghazal /Ghazalsख़ामुशी अच्छी नहीं इंकार होना चाहिए ज़फ़र इक़बाल ग़ज़लख़ामुशी अच्छी नहीं इंकार होना चाहिएये तमाशा अब सर-ए-बाज़ार होना चाहिएख़्वाब की ताबीर पर इसरार है जिन को अभीपहले उन को ख़्वाब...
  • Khumar Barabankvi Ghazal / ख़ुमार बाराबंकवी की ग़ज़लें
    12/3/2024
    वही फिर मुझे याद आने लगे हैं ख़ुमार बाराबंकवी की ग़ज़ल ग़ज़लेंवही फिर मुझे याद आने लगे हैंजिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैंवो हैं पास और याद आने लगे हैंमोहब्बत के होश अब ठिकाने लगे हैंसुना है हमें वो भ...
  • Bharatendu Harishchandra Ghazal / भारतेंदु हरिश्चंद्र ग़ज़ल
    11/23/2024
    भारतेंदु हरिश्चंद्र ग़ज़ल Bharatendu Harishchandra Ghazal   . दिल आतिश-ए-हिज्राँ से जलाना नहीं अच्छादिल  भारतेंदु हरिश्चंद्र ग़ज़ल आतिश-ए-हिज्राँ से जलाना नहीं अच्छाऐ शोला-रुख़ो आग लगाना नहीं अच्छाकिस गुल...
  • Habib Jalib Ghazal / हबीब जालिब की ग़ज़लें
    11/23/2024
    तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था हबीब जालिब की ग़ज़ल ग़ज़लेंतुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं थाउस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं थाकोई ठहरा हो जो लोगों के मुक़ाबिल तो बत...
  • Muztar Khairabadi Ghazal / मुज़्तर ख़ैराबादी की ग़ज़लें
    11/23/2024
     न किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का क़रार हूँमुज़्तर ख़ैराबादी ग़ज़लन किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का क़रार हूँकिसी काम में जो न आ सके मैं वो एक मुश्त-ए-ग़ुबार हूँन दवा-ए-दर्द-ए-जिगर हू...
  • रोमांटिक, दर्द , जीवन इत्यादि पर शेर शायरी | Sher Shayari Hindi
  • 12/6/2024
    अदा पर  शेर शायरी  Ada Par Sher Shayariइस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदालड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहींमिर्ज़ा ग़ालिबहया से सर झुका लेना अदा से मुस्कुरा देनाहसीनों को भी कितना सहल है बिजली गिरा देनाअक...
    • मोमिन ख़ाँ मोमिन की ग़ज़लें / Momin Khan Momin Ghazal
    • 8/20/2025
       वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो / मोमिन ख़ाँ मोमिनवो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद होवही या'नी वा'दा निबाह का तुम्हें याद हो कि न याद होवो जो लुत्फ़ मुझ प...
      • साग़र सिद्दीक़ी की ग़ज़लें / Sagar Siddiqui Ghazals
        8/20/2025
         है दुआ याद मगर हर्फ़-ए-दुआ याद नहीं / साग़र सिद्दीक़ीहै दुआ याद मगर हर्फ़-ए-दुआ याद नहींमेरे नग़्मात को अंदाज़-ए-नवा याद नहींमैं ने पलकों से दर-ए-यार पे दस्तक दी हैमैं वो साइल हूँ जिसे कोई सदा याद नहीं...
      • साक़ी फ़ारुक़ी की ग़ज़लें / Saqi Faruqi Ghazals
        8/20/2025
         वो लोग जो ज़िंदा हैं वो मर जाएँगे इक दिन / साक़ी फ़ारुक़ीवो लोग जो ज़िंदा हैं वो मर जाएँगे इक दिनइक रात के राही हैं गुज़र जाएँगे इक दिनयूँ दिल में उठी लहर यूँ आँखों में भरे रंगजैसे मिरे हालात सँवर जाएँग...
      • शारिक़ कैफ़ी की ग़ज़लें / Shariq Kaifi Ghazals
        8/20/2025
         इक दिन ख़ुद को अपने पास बिठाया हम ने / शारिक़ कैफ़ीइक दिन ख़ुद को अपने पास बिठाया हम नेपहले यार बनाया फिर समझाया हम नेख़ुद भी आख़िर-कार उन्ही वा'दों से बहलेजिन से सारी दुनिया को बहलाया हम नेभीड़ ने य...
      • राजेन्द्र मनचंदा बानी की ग़ज़लें / Rajinder Manchanda Bani Ghazals
        8/20/2025
         ज़माँ मकाँ थे मिरे सामने बिखरते हुए / राजेन्द्र मनचंदा बानीज़माँ मकाँ थे मिरे सामने बिखरते हुएमैं ढेर हो गया तूल-ए-सफ़र से डरते हुएदिखा के लम्हा-ए-ख़ाली का अक्स-ए-ला-तफ़सीरये मुझ में कौन है मुझ से फ़...
      • यगाना चंगेज़ी की ग़ज़लें / Yagana Changezi Ghazals
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