जनेऊ गीत मगही लोकगीत लिरिक्स Magahi Janeu Geet Lokgeet Lyrics
जेहि बन सिंकियो ना डोलइ / मगही जनेऊ गीत
जेहि बन सिंकियो ना डोलइ, बाघ सिंह गरजइ हे।
तेहि बन चललन, कवन चच्चा, अँगुरी धरि कवन बरुआ हे॥1॥
पहिले जे कटबउ मूँजवा मूँज के डोरी चाहिला हे।
तब कय कटबउ परसवा, परास डंडा चाहिला हे।
तब कय मारबउ मिरगवा, गिरिग छाल चाहिला हे॥2॥
जेहि बन सिंकियो न डोलइ, बाघ सिंह गरजइ हे।
तेहि बन चललन कवन भइया, अँगुरी धरि कवन बरुआ हे॥3॥
पहिले जे कटबउ मूँजवा, मूँज के डोरी चाहिला हे।
तब कय कटबउ परसवा, परास डंडा चाहिला हे।
तब कय मारबउ मिरिगवा, मिरिग छाल चाहिला हे॥4॥
गंगा रे जमुनवाँ के रेतिया / मगही जनेऊ गीत
गंगा रे जमुनवाँ के रेतिया मोतिया उपजायब हे।
गंगा रे जमुनवाँ के रेतिया, सोनवाँ उपजायब हे॥1॥
जब मैं जनतों कवन बरूआ, तुहूँ पंडित होयबऽ हे।
तुहूँ बराम्हन होयबऽ हे।
कंचन थाल भराइ के, सोनवाँ भीखी देयब हे।
मोतिया भीखी देयब हे॥2॥
जेहि देस सिकियो न डोलय / मगही जनेऊ गीत
जेहि देस सिकियो न डोलय साँप ससरि गेल हे।
ललना, ओहि देस गयलन दादा रइया अँगुरी धरि कवन बरूआ हे॥1॥
पहिले जे मरबो साहिल काँटा चाहिला हे।
ललना, तबे हम मरबो मिरिगवा, मिरिगछाल चाहिला हे।
ललना, तबे हम कटबो परसवा परास डंटा चाहिला हे॥2॥
ललना, तबे हम कटबो मुँजिअबा, मुँजिअ डोरि चाहिला हे।
ललना, आज मोरा बाबू के जनेउआ, जनेउआ पीला चाहिला हे॥3॥
चइत में बरूआ बिदा भेल / मगही जनेऊ गीत
चइत में बरूआ बिदा भेल, बैसाख पहुँचल हे॥1॥
जइबो में जइबो ओहि देस, जहाँ दादा अप्पन हे।
उनखर चरन पखारी के, हम पंडित होयब हे।
हम बराम्हन होयब हे॥2॥
जइबो में जइबो ओहि देस, जहाँ नाना अप्पन नाना हे।
उनखर चरन पखारी के, हम पंडित होयब हे।
हम बराम्हन होयब हे॥3॥
सभवा बइठल रउरा कवन बाबा / मगही जनेऊ गीत
सभवा बइठल रउरा कवन बाबा, दहु बाबा हमरो जनेउ गे माई।
बेदिया बइठल हो बरुआ, रतन के जोत के माई॥1॥
केई देबे मूँज जनेउआ केई मिरिग छाल गे माई।
केई देवे पियर जनेउआ, बेदिया के बीच गे माई।
रतन के जोत गे माई॥2॥
बराम्हन देलन मूँज जनेउआ, नउआ मिरिग छाल गे माई।
बाबा देलन पियर जनेउआ, बेदिया के बीचे गे माई।
रतन के जोत गे माई॥3॥
सभवा बइठल रउरा कवन चच्चा, दहु चच्चा हमरो जनेउ गे माई।
बेदिया बइठल हो बरुआ, रतन के जोत गे माई॥4॥
केई देवे मूँज जनेउआ, केई मिरिग छाल गे माई।
केई देवे पियर जनेउआ, बेदिया के बीचे गे माई
रतन के जोत गे माई॥5॥
बराम्हन देलन मूँज जनेउआ, नउआ मिरिग छाल गे माई।
चच्चा देलन पियर जनेउआ, बेदिया के बीचे गे माई।
रतन के जोत गे माई॥6॥
गँगा रे अरार कवन बरूआ करे असनान / मगही जनेऊ गीत
गँगा रे अरार कवन बरूआ करे असनान।
करे असननियाँ रे बरूआ, निरखे आठो अँग॥1॥
बिनु हो जनेउआ हो बाबा, ना सोभे कान।
अप्पन जनेउआ हो बाबा हमरा के दऽ॥2॥
हमरो जनेउआ हो बरूआ, भे गेल पुरान।
तोहरो जनेउआ हो बरूआ, देबो बजना बजाए॥3॥
गँगा के अरार कवन बरूआ करे असनान।
करे असननियाँ रे बरूआ, निरखे आठो अँग॥4॥
बिनु हो जनेउआ हो चाचा, ना सोभे कान।
अप्पन जनेउआ हो चाचा, हमरा के दऽ॥5॥
हमरो जनेउआ हो बरूआ, भे गेल पुरान।
तोहरो जनेउआ हो बरूआ, देबो बजना बजाए॥6॥
कहाँ के तूँ तो बराम्हन बरुआ / मगही जनेऊ गीत
कहाँ के तूँ तो बराम्हन बरुआ।
कहँवाँ बिनती तोहार, माई हे॥1॥
कवन साही सम्पत सुनि आएल हो बरुआ।
कवन देइ दुआर धरि टाड़ माई हे॥2॥
माँगले बरुआ धोती से पोथी, माँगले पीयर जनेऊ, माई हे।
माँगले बरुआ हो चढ़न के घोड़वा, माँगले कनिया कुआँर माई हे॥3॥
तिरहुत के हम बराम्हन बरुआ, कवन पुर में विनती हमार माई हे।
कवन साही सम्पत सुनि अइली हो बरुआ,
कवन देइ दुआर धइले ठाड़ हे॥4॥
देबों में बरुआ हो धोती से पोथी, देबों में पियर जनेऊ, माई हे।
देबों में बरुआ हो चढ़न के घोड़वा, एक नहीं कनियाँ-कुआँर, माई हे॥5॥
बराम्हन नेवतब, बराम्हनी नेवतब / मगही जनेऊ गीत
बराम्हन नेवतब बराम्हनी नेवतब।
नेवतब, पोथिया सहिते चलि आवऽ, माई हे।
कब हम देखम रामजी जनेउआ, कब हम देखम
किरिस्न जनेउआ, माई हे॥1॥
कुम्हरा नेवतब, कुम्हइनियाँ नेवतब।
नेवतब, कलसा सहिते चलि आवऽ, माई हे।
कब हम देखम रामजी जनेउआ, कब हम देखम
किरिस्न जनेउआ, माई ह॥2॥
हजमा नेवतब, हजमिनियाँ नेवतब।
नेवतब, छुरवा समेते चलि आवऽ, माई हे।
कब हम देखम रामजी जनेउआ, कब हम देखम
किरिस्न जनेउआ, माई हे॥3॥
कुइयाँ असथान पर मुँजवा के थलवा / मगही जनेऊ गीत
कुइयाँ असथान पर मुँजवा के थलवा।
मूँज चीरे चललन, बरुआ कवन बरुआ॥1॥
चिरथिन कवन चच्चा मूँज के हे थलवा।
मूँज चीरे चललन बाबा हो कवन बाबा॥2॥
तहाँ कवन बरुआ लोटि-पोटि रोवलन।
भुइयाँ लोटि रोवलन, दहु बाबा हमरो जनेऊ हो॥3॥
झरलन-झुरलन जाँघ बइठवलन।
देबो बाबू तोहरो जनेऊ हो॥4॥
बेदियनि बोलले बरुअवा / मगही जनेऊ गीत
बेदियनि बोलले बरुअवा, जनेऊ-जनेऊ करे हे।
बाबा, के मोरा बेदिया भरावत जनेउआ दियावत हे॥1॥
हँसि-हँसि बोलथिन बाबा, बोली भितराएल
बबुआ, हम तोरा बेदिया भराएब, जनेउआ दियाएब हे॥2॥
बेदियनि बोलले बरुअवा, जनेऊ-जनेऊ करे हे।
चच्चा, के मोरा बेदिया भरावत, जनेउआ दियावत हे॥3॥
हँसि-हँसि बोलथिन चच्चा, बोली भितराएल हे।
बबुआ, हम तोरा बेदिया भराएब, जनेउआ दियाएब हे॥4॥
बेदियन बोलले बरुअवा, जनेऊ-जनेऊ करे हे।
भइया, के मोरा बेदिया भरावत, जनेउवा दियावत हे॥5॥
हँसि-हँसि बोलथिन भइया, बोली भितरायल हे।
बबुआ, हम तोर बेदिया भराएब जनेउआ दियाएब हे॥6॥
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