बेटा विवाह मगही गीत लोकगीत
मलिया के अँगना कसइलिया के डरवा / मगही बेटा विवाह गीत
मलिया के अँगना कसइलिया के डरवा।
लचकि लचकि भेल डार हे॥1॥
घर के बाहर भेलन, दुलरइता दुलहा।
तोड़लन कसइलिया के डार हे॥2॥
घर के बाहर भेलन, दुलरइता दादा।
मालिन ओरहन देइ हे॥3॥
बरजहुँ हो बाबू, अपन दुलरुआ।
तोड़ल कसइलिया के डार हे॥4॥
जनु कुछु कहऽ मालिन, हमरा दुलरुआ।
हम देबो कसइलिया के दाम हे॥5॥
बारह बरीस के नन्हुआँ कवन दुलहा / मगही बेटा विवाह गीत
बारह बरीस के नन्हुआँ कवन दुलहा, खेलत गेलन बड़ी दूर।
उहवाँ से लइलन हारिले सुगवा तिहलन हिरदा लगाय॥1॥
सब कोई पेन्हें अँगिया से टोपिया, सुगवाहिं अलुरी पसार।
हमरा के चाहीं मखमल चदरिया, हमहूँ जायब बरियात॥2॥
सब कोई चढ़लन हथिया से घोड़बा, हमरा के चाहीं सोने के पिंजड़वा।
हमहूँ जायब बरियात॥3॥
सब कोई खा हथी पर पकवनवाँ, हमरा के चाहीं बूँट के झँगरिया।
हमहूँ जायब बरियात॥4॥
सब कोई देखे बर बरियतिया, सासु निरेखे धियवा दमाद।
अइसन लाढ़ी रे बर कतहूँ न देखलूँ, सुगवा लिहलन बरियात॥5॥
आहि जे माई पर परोसिन, सुगवा के डीठि जनि नाओ।
बन केइ सुगवा बनहिं चली जइहें, संग साथी अइले बरियात॥6॥
बाबू सिर जोगे टोपी त न आएल / मगही बेटा विवाह गीत
बाबू सिर जोगे टोपी त न आएल।
बाबू के ठग के ले गेल, सुनहु लोगे।
बाबू के सेंतिए ले गेल, सुनहु लोगे।
रामजी कोमल बर लइका सुनहु लोगे॥1॥
बाबू देह जोगे कुरता त न आएल।
बाबू के ठग के ले गेल, सुनहु लोगे।
बाबू के सेंतिए ले गेल, सुनहु लोगे।
रामजी कोमल बर लइका, सुनहु लोेगे॥2॥
बाबू गोड़ जोग धोती त न आएल।
बाबू के ठग के ले गेल, सुनहु लोगे।
बाबू के सेंतिए ले गेल, सुनहु लोगे।
रामजी कोमल बर लइका, सुनहु लोगे॥3॥
उगि गेल चँदवा, छपित भेल हे सुरूजा / मगही बेटा विवाह गीत
उगि गेल चँदवा, छपित भेल हे सुरूजा।
बइठहू न दुलरइता दुलहा, फूल केर हे सेजिया॥1॥
कइसे हम बइठू हे सासु, फूल केर हे सेजिया।
मोर दादा साहेब भींजत होइहें, चारो पहर रे रतिया॥2॥
दादा के देबो रे दुलहा, सोनामूठी रे छतवा।
छतबे इड़ोते रे दादा, चलत बरियतिया॥3॥
अँखिआ त हवऽ दुलरू रतन के जोतवा / मगही बेटा विवाह गीत
अँखिआ त हवऽ दुलरू रतन के जोतवा ओठवनि चुअले गुलाब हे।
अतिना सुरति तोरा हलवऽ दुलरू, कउना बिधि रहलऽ कुआँर हे।
बाबा जे हमर दर रे देवनियाँ पितिया जोतले कुरखेत हे।
भइया जे हमर जिरवा लदनिया ओहे बिधि रहली कुआँर हे॥2॥
बाबा जे छोड़लन दर रे देवनियाँ, पितिया छोड़लन कुरखेत हे।
भइया जे छोड़लन जिरवा लदनियाँ, अब मोरा होएत बियाह हे॥3॥
केकर नदिया हे झिलमिल पनियाँ, केकर नदिया में बहले सेवार हे।
केकर नदिया में चेल्हवा मछरिया, कउन दुलहा नावे जाल हे॥4॥
सासु के नदिया में झिलमिल पनियाँ, ससुर के नदिया बहले सेवार हे।
सरवा के नदिया चेल्हवा मछरिया, कवन दुलहा नावे जाल हे॥5॥
एक जाल नवलऽ दुलहा दुइ जाल नवलऽ, बझि गेलबऽ घोंघवा सेवार हे।
तीसरहिं जलवा जब नवलऽ दुलरू, बझि गेल कनिया कुआँर हे॥6॥
कउना रिखइया के हहु तुहूँ नाती परनाती हे, कउना रिखइया के हहु तुहूँ पूत हे।
कउने भरोसे तुहूँ जलवा लगवलऽ, कहवाँहिं बेख तोहार हे॥7॥
कवन सिंह के हीं हम नाती परनाती, कवन सिंह के हम पूत हे।
जँघिया भरोसे हम जलावा लगवली, कवन पुर बेख हमार हे॥8॥
चललन कवन साही बजना बजाइ हे / मगही बेटा विवाह गीत
चललन कवन साही बजना बजाइ हे।
दहकि चिरइया सब उठलन चेहाइ हे॥1॥
का तुहूँ चिरइया सब उठलऽ चेहाइ हे।
हमरा कवन पुता बियाहल जाइ हे॥2॥
बइठलन कवन साही जाजिम डसाइ हे।
जँघिया कवन पुता कचरल पान हे॥3॥
बइठलन कवन भँडुआ खरइ डसाइ हे।
जँघिया दुलारी बेटी लट छटकाइ हे॥4॥
फेंकलन कवन दुलहा बिरवा पचास हे।
बिड़बो न लेवे सुगइ मुखहूँ न बोले हे॥5॥
केकरा दिमागे हे सुगइ, बिरवो न लेवे हे।
केकरा दिमागे हे सुगइ, मुखहूँ न बोले हे॥6॥
बाबा के दिमागे जी परभु, बिरवो न लेवीं हे।
भइया के दिमागे जी परभु, मुखहूँ न बोली हे॥7॥
ऊँचे चउरा नीचे चउरा, कवन पुर नगरिया हे।
हुएँ तोरा देखब हे सुगइ, बाबा के दिमाग हे॥8॥
हुएँ तोरा देखब हे सुगई, भइया के गुमान हे।
चलु चलु बरियतिया सब, अपनो दुआर हे।
भरले मजलिसवे सुगइ, देलन जबाब हे।
चलु चलु बरियतिया सब, अपनो दुआर हे॥9॥
हमरा कवन बहिनी, छेंकले गृह प्रवेश करते समय दरवाजे पर खड़ी होकर रोक लेती है और कुछ नेग या उपहार लेकर छोड़ती है</ref> दुआर हे।
छोडू़ छोडू़ अगे बहिनी, हमरो दुआर हे॥
अवइथथुन दुलारी भउजो, लीहऽ खोइँछा झार हे॥10॥
भउजी के भइया बाप, निपटे गँवार हे।
खोइँछा में देलन हो भइया, एहो दुभि धान हे॥11॥
छोडू़ छोड़ू अगे बहिनी, हमरो दुआर हे।
तोहरा के देबो में बहिनी, कंठा गढ़ाय हे।
पाहुन के देबो गे बहिनी, चढ़ेला घोड़बा हे॥12॥
बाबू के मउरिया में लगले अनार कलिया / मगही बेटा विवाह गीत
बाबू के मउरिया में लगले अनार कलिया।
अनार कलिया हे, गुलाब झरिया।
बाबू धीरे से चलिहऽ ससुर गलिया॥1॥
बाबू सरहज से बोलिहऽ अमीर बोलिया।
बाबू धीरे से चलिहऽ ससुर गलिया॥2॥
बाबू के दोरवा में लगले अनार कलिया।
अनार कलिया हे, गुलाब झरिया।
बाबू धीरे से चलिहऽ ससुर गलिया॥3॥
बाबू के अँगुठी में लगले अनार कलिया।
अनार कलिया हे, गुलाब झरिया।
बाबू धीरे से चलिहऽ ससुर गलिया।4॥
नीमिया रे कडुआइन, सीतल बतास बहे हे / मगही बेटा विवाह गीत
नीमिया रे कडुआइन सीतल बतास बहे हे।
ताहि तरे ठाढ़ दुलरइता दुलहा, नयना दुनो लोर ढरे हे॥1॥
घर से बाहर भेलन दुलरइता दादा, काहे बाबू लोर ढरे हे।
किया बाबू आजन बाजन थोड़ा भेल, साजन घुमइला भेल हे॥2॥
माइ के जनमल दुलरइता भइया, सेहु न जोरे जयतन हे।
पाँचो भइया पाँचो दहिन बहियाँ जइहें, जौरे बहनोइया जइहें हे॥3॥
हम तोरा पूछिला कवन अलबेलवा / मगही बेटा विवाह गीत
हम तोरा पूछिला कवन अलबेलवा।
के रे सम्हारे बाबू के एहो रँगल मउरिया॥1॥
मलिया के जलमल बँगाली बहनोइया।
ओही रे सम्हारे बाबू के एहो रँगल मउरिया॥2॥
हम तोरा पूछिला कवन अलबेलवा।
के रे सम्हारे बाबू के एहो रँगल जोड़वा॥3॥
दरजिया के जलमल बँगाली बहनोइया।
ओही रे सम्हारे बाबू के एहो रँगल जोड़वा॥4॥
हम तोरा पूछिला कवन अलबेलवा।
के रे सम्हारे बाबू के एहो रँगल जुतवा॥5॥
चमरा के जलमल बँगाली बहनोइया।
ओही रे सम्हारे बाबू के एहो रँगल जुतवा॥6॥
सभवा बइठल तोहें बाबा / मगही बेटा विवाह गीत
सभवा बइठल तोहें बाबा, बाबा बगिया में कइसन इँजोर?
तूं नहीं जाने दुलरइतिन बेटी, आयल घेरी बरिआत॥1॥
कउन रँग हथिन बर बरियतिया, कउन रँग हुनकर दाँत।
सोने रँग बरवा, रूपे रँग बरियतिया, पनमा रँगल हुनकर दाँत॥2॥
सभवा बइठल तोहें दादा / मगही बेटा विवाह गीत
सभवा बइठल तोहें दादा, सभे दादा उठिकर।
हे साजहु बरियतिया उठिकर, हे साजहु
बरियतिया उठिकर॥1॥
मचिया बइठली तोहें दादी, सभे दादी उठिकर।
हे साजहु डाला दउरवा उठिकर, हे साजहु
डाला दउरवा उठिकर॥2॥
ससुरा से आयती बहिन सभे, बहिनी उठिकर।
हे आँजहु भइया अँखिया उठिकर॥3॥
कथि लाय मुहँमा उगारब कथिलाय।
हे आँजहु भइया के अँखिया उठिकर॥4॥
तेल रे उबटन लाए मुहँमा उगारब।
कजरवा लाय हे आँजब भइया के अँखिया उठिकर॥5॥
बरसय जी बाबू, रिमझिम बुँदवा / मगही बेटा विवाह गीत
बरसय जी बाबू, रिमझिम बुँदवा, बरसय जी॥1॥
हाथी साजूँ, घोड़ा साजूँ, साजूँ बरियतिया।
साज देहु जी बाबा, दँड़िया सवरिया, साज देहु॥2॥
हाथी के पाँव घइले मामा खड़ी है, सुन लेहु जी।
बाबू हमरी बचनियाँ, सुन लेहु जी॥3॥
कइसे में सुनिओ मामा, तोहरी बचनियाँ।
जा हियो जी मामा, धनि के उदेसवा।
बियाहन को मामा, राजा बंसी बेटिया॥4॥
हमरो कवन बाबू बिरीछ तर खाड़ा गे माइ / मगही बेटा विवाह गीत
हमरो कवन बाबू बिरीछ तर खाड़ा गे माइ।
थर थर काँपइ गे माइ॥1॥
हथिया पियासल आवइ, सुढ़ँवा उनारइ गे माइ।
घोड़वा भूखल आवइ लगमियाँ चिबावइ गे माइ॥2॥
लोगवन रउदाइल आवइ, पैरवो न धोवइ गे माइ।
दुलहा झउराहा आवइ, सिरबो न नेवावइ गे माइ॥3॥
हथिया के पोखरा देवइ, सुँढ़वो न उनारइ गे माइ।
घोड़वा के दाना देबइ, लहलह दुभिया गे माइ॥4॥
लोगवन के पटुर देवइ, पैरवा जे धोवइ गे माइ।
दुलहा के कनिया देबइ, सिरवा नेवावइ गे माइ॥5॥
अपनी महलिया से मलिया मउरी गुथहइ / मगही बेटा विवाह गीत
अपनी महलिया से मलिया मउरी गुथहइ।
जहाँ कवन बाबू खाड़ जी॥1॥
मैं तोरा पूछूँ मलियवा हो भइया।
केते दूर बसे ससुरार जी॥2॥
तोर ससुररिया, बाबू, मउरिया से खैंचल।
चुनमें चुनेटल तोर दुआर जी॥3॥
मोतिया चमकइ बाबू, तोहर ससुररिया।
चारो गिरदा गड़ल हो निसान जी॥4॥
अपनी महलिया में दरजी जोड़ा सियइ।
जहाँ कवन बाबू खाड़ जी॥5॥
मैं तोरा पूछूँ दरजियवा हो भइया।
केते दूर बसे ससुरार जी॥6॥
तोर ससुररिया बाबू, जोड़वा से खैंचल।
चुनमें चुनेटल तोर दुआर जी॥7॥
मोतिया चमकइ बाबू, तोहर ससुररिया।
चारो गिरदा गाड़ल हइ निसान जी॥8॥
सींकी के बढ़निया गे बेटी / मगही बेटा विवाह गीत
सींकी के बढ़निया गे बेटी, सिरहनमा लाइ गे रखिहऽ।
भोरे भिनसरवा गे बेटी, अँगनमा बाढ़ी गे लइहऽ॥1॥
सेहो बढ़नमा गे बेटी, करखेतवा जाइऽ गे बिंगिह।
सेहू जनमतइ गे बेटी, कदम जुड़ी छँहियाँ॥2॥
सेहू तरे उतरइ गे बेटी, सतपँचुआ के जनमल दमदा।
लँगटवा के जनमल दमदा॥3॥
टिकवा ओलरि गेल माँग से / मगही बेटा विवाह गीत
टिकवा ओलरि गेल माँग से,
दुलहा पेन्हावे हाँथ से, गीभरू पेन्हावे हाँथ से।
अहियात बाढ़े भाग से, सोहाग बाढ़े भाग से॥1॥
कंठवा ओलरि गेल गल्ला से,
दुलहा पेन्हावे हाँथ से, गभरू पेन्हावे हाँथ से।
अहियात बाढ़े भाग से, सोहाग बाढ़े भाग से॥2॥
बलवा ओलरि गेल लिलुहा से,
दुलहा पेन्हावे हाँथ से, गभरू पेन्हावे हाँथ से।
अहियात बाढ़े भाग से, सोहाग बाढ़े भाग से॥3॥
छागल ओलरि गेल पाँव से,
दुलहा पेन्हावे हाँथ से, गभरू पेन्हावे हाँथ से।
अहियात बाढ़े भाग से, सोहाग बाढ़े भाग से॥4॥
बेटी विवाह मगही गीत लोकगीत
हाथ सिन्होरबा गे बेटी / मगही बेटी विवाह गीत
हाथ सिन्होरबा गे बेटी, खोंइछा दुब्भी पान।
चली भेली दुलारी गे बेटी, दादा दरबार॥1॥
सुत्तल हला जी दादा, उठला चेहाय।
किया लोभे अइला गे बेटी, दादा दरबार॥2॥
अरबो न माँगियो जी दादा, दरब दुइ चार।
एक हम माँगियो जी दादा, दादी के सोहाग॥3॥
मचिया बइठली जी दादी, दहिन लटा झार।
लेहु दुलरइते गे बेटी, अँचरा पसार॥4॥
अँचरा के जोगवा गे दादी, झुरिये झुरि जाय।
मँगिया सेनुरबा गे दादी, जनम अहियात॥5॥
बर खोजन जब चललन बाबा हे, हाँथ गुलेल / मगही बेटी विवाह गीत
बर खोजन जब चललन बाबा हे, हाँथ गुलेल मुँह पान हे।
पुरूब खोजलन पछिम खोजलन, खोजलन मगह मनेर हे॥1॥
खोजइते खोजइते गेलन अजोधेया नगरी, मिलि गेलन राजकुमार हे।
राजा दसरथजी के चारियो बेटवा, हमें घर सीता कुँआर हे॥2॥
सियाजी बाढ़ऽ हथिन अँगना / मगही बेटी विवाह गीत
सियाजी बाढ़ऽ हथिन अँगना, माता निरखै हे।
माइ हे, अब सीता बियाहन जोग सीता जोग बर चाही हे॥1॥
हाँथ काय लेहु बराम्हन धोबिया, काँखे पोथिया हे।
चलि जाहो नगर अजोधेया, सीता जोग बर चाही हे॥2॥
काहाँ से बराम्हन बाइला काहाँ घाइला हे।
कउन रिखी कनेया कुआँरी, कउन बर चाही हे॥3॥
जनकपुर से हम बराम्हन आइलूँ अजोधेया घायलूँ हे।
जनक रिखी कनेया कुआँरी, राम बर चाही हे॥4॥
केरे उरेहल सिर मटुका तिलक चढ़ावल हे।
अहे, केरे सजत बरियात, कउन सँग जायत हे॥5॥
जनक उरेहल सिर मुटुका, तिलक चढ़ावल हे।
अहे, दसरथ सजत बरियात, भरथ सँग जायेता हे॥6॥
हमरो बाबाजी के चारों खंड अँगना / मगही बेटी विवाह गीत
हमरो बाबाजी के चारों खंड अँगना, चहुँ दिसि लगल केबार हे।
ओहि खंभ ओठँगल बेटी दुलरइती बेटी, बाबा से मिनती हमार हे॥1॥
काहाँ तोंहे बाबा पयलऽ गजदाँत हथिया, काहाँ पयलऽ गजमोती हार हे।
काहाँ तोंहे पयलऽ डँटहर पनमा, काहाँ पयलऽ राजकुमार हे॥2॥
राजा घर पयली बेटी गजदाँत हथिया, पैसारी घर गजमोती हार हे।
बरियाहि पइली डँटहर पनमा, देस पइसी राजकुमार हे॥3॥
कइसे के चिन्हबऽ बाबा गजदाँत हथिया, कइसे के गजमोती हार हे।
कइसे तों चिन्हबऽ बाबा डँटहर पनमा, कइसे के राजकुमार हे॥4॥
खरग से चिन्हब गजदाँत हथिया, झलक से गजमोती हार हे।
डंटिया से चिन्हब डँटहर पनमा, पोथिया पढ़इते राजकुमार हे॥5॥
बैठल सिया मनमारी से रामे रामे / मगही बेटी विवाह गीत
बैठल सिया मनमारी से रामे रामे।
अब सिया रहली कुमारी, से रामे रामे॥1॥
गाइ के गोबर अँगना नीपल।
मोतियन चौका पुराइ से रामे रामे।
धनुस देलन ओठगाँइ से रामे रामे॥2॥
दसहिं देस के भूप सब आयल।
धनुसा देखिये मुरझाइ, से रामे रामे॥3॥
अजोधा नगरिया से राम लछुमन आयल।
धनुसा देखिये मुसकाइ, से रामे रामे॥4॥
गुरु अगेयाँ पाइ के रामजी धनुसा उठयलन।
धनुस कइलन तीन खंड, से रामे रामे।
अब सिय होयतो बियाह, से रामे रामे॥5॥
मुनि सब जय जय बोले, से रामे रामे।
सखी सब फूल बरसाये, से रामे रामे॥6॥
ऊँच तोरा लिलरा गे बेटी, मनि बरे जोत / मगही बेटी विवाह गीत
ऊँच तोरा लिलरा गे बेटी, मनि बरे जोत।
दँतबा के जोत गे बेटी, बिजुली चमके॥1॥
एक तो सुनली गे बेटी, मएभा सासु।
दोसरे सुनली के बेटी, करिया दमाद।
खयबो में माहुर बिरवा लगयबो में फाँसी,
येही धिया लागी॥2॥
जनि खाहु माहुर बिरवा, जनि लगाबहु फाँसी।
भइया के लिखल हे अम्मा, बाबा चउपरिया।
हमरो लिखल हे अम्मा, जयबो दूर देसवा॥3॥
जाहि दिन हे अम्मा, भइया के जलमवाँ
सोने छूरी कटइले नार हे।
जाहि दिन अहे अम्मा, हमरो जलमवाँ,
हँसुआ खोजइते हे अम्मा, खुरपी न भेंटे;
झिटकी कटइले मोरो नार हे॥4॥
बेरहिं बेरी कोइल रे, तोहिं बरजों हे / मगही बेटी विवाह गीत
बेरहिं बेरी कोइल रे, तोहिं बरजों हे।
कोइल रे, आज बनवाँ चरन जनि जाहु।
अहेरिया रजवा चलि अयतन हे॥1॥
अयतन तऽ आवे दहुन अहेरिया रजवा हे।
अहे सोने के पिंजरवा चढ़ि बइठम हे।
अहेरिया रजवा का करतन हे?॥2॥
बेरहिं बेरी बेटी तोहिं बरजों हे।
बेटी दुअरे खेलन जनि जाहु।
कवन दुलहा चलि अयतन हे॥3॥
अयतन तऽ आवे दहुन कवन दुलहा हे।
अहे सोने पलकिया चढ़ि बइठम हे।
कवन दुलहा का करतन हे?॥4॥
एक कोस गेल डाँड़ी दुइ कोस हे।
अहे अम्मा रोवथि छतिया फाड़ि हे।
गोदिया बेटी, आजु सुन्ना भेल हे॥5॥
दुइ कोस गेल डाँड़ी, तीन कोस हे।
अहे चाची रोवथि छतिया फाड़ि हे।
सेजिया आजु बेटो, सुन्ना भेल हे॥6॥
तीन कोस गेल डाँड़ी, चार कोस हे।
अहो भउजी रोवथि छतिया फाड़ि हे।
भनसा ननदी आजु सुन्ना भेल हे॥7॥
चार कोस गेल डाँड़ी, पाँच कोस हे।
अहे सखी सब रोयथिन छतिया फाड़ि हे।
सलेहर आज सखी सुन्ना भेल हे॥8॥
जोगवा बेसाहन चलल मोर भइया रे टोनमा / मगही बेटी विवाह गीत
जोगवा बेसाहन चलल मोर भइया रे टोनमा।
भइया चलले सँगे साथ रे टोनमा॥1॥
घुरि फिरि देखथिन बेटी दुलरइतिन बेटी रे टोनमा।
अँखियन से ढरे लोर रे टोनमा॥2॥
आगे आगे अवथिन भइया दुलरुआ भइया रे टोनमा।
पाछे पाछे भउजी चली आवे रे टोनमा॥3॥
भउजी के हाथ में सोने के सिंघोरबा रे टोनमा।
भइया हाथे तरवार रे टोनमा॥4॥
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