गुरु चरनन में ध्यान लगाऊं भजन / भजन Guru Charanan Mein Dhyan Lagaaun Bhajan / Bhajan

 

गुरु चरनन में ध्यान लगाऊं।
ऐसी सुमति हमे दो दाता ॥

मैं अधमाधम पतित पुरातन।
किस विधि भव सागर तर पाऊं ।

ऐसी दृष्टि हमें दो दाता।
खेवन हार गुरु को पाऊं ॥

गुरु चरनन में …

गुरुपद नख की दिव्य ज्योति से।
निज अन्तर का तिमिर मिटाऊं ।

गुरुपद पदम पराग कणों से।
अपना मन निर्मल कर पाऊं ॥

गुरु चरनन में …

शंखनाद सुन जीवन रन का
धर्म युद्ध में मैं लग जाऊं ।

गुरुपद रज अंजन आँखिन भर।
विश्वरुप हरि को लख पाऊं ॥

गुरु चरनन में …

भटके नहीं कहीं मन मेरा।
आँख मूंद जब उनको ध्याऊं ।

पीत गुलाबी शिशु से कोमल।
गुरु के चरन कमल लख पाऊं ॥

गुरु चरनन में ध्यान लगाऊं ॥

Laal Kavi ki Rachnaen pad

गुरु चरनन में ध्यान लगाऊं भजन भजन / पद/ मिश्रित रचना आपको कैसी लगी ?

Comments

Popular Posts

Ahmed Faraz Ghazal / अहमद फ़राज़ ग़ज़लें

अल्लामा इक़बाल ग़ज़ल /Allama Iqbal Ghazal

Ameer Minai Ghazal / अमीर मीनाई ग़ज़लें

मंगलेश डबराल की लोकप्रिय कविताएं Popular Poems of Manglesh Dabral

Ye Naina Ye Kajal / ये नैना, ये काजल, ये ज़ुल्फ़ें, ये आँचल

Akbar Allahabadi Ghazal / अकबर इलाहाबादी ग़ज़लें

Sant Surdas ji Bhajan lyrics संत श्री सूरदास जी के भजन लिरिक्स

Adil Mansuri Ghazal / आदिल मंसूरी ग़ज़लें

बुन्देली गारी गीत लोकगीत लिरिक्स Bundeli Gali Geet Lokgeet Lyrics

Mira Bai Ke Pad Arth Vyakhya मीराबाई के पद अर्थ सहित