भेरू (भैरव) के गीत मालवी लोकगीत Bheru Bhairav Geet Malvi Lokgeet lyrics in Hindi

 हार दो म्हारा लाड़ला भैरव / मालवी


हार दो म्हारा लाड़ला भैरव
हार के कारण म्हारा सासूजी रिसाया
ससरा देस्या गाळ
हार दो म्हारा लाड़ला भैरव
जो तू बऊपड़ हार की वो भूकी
खरी रे दुपेर म्हारा मड़ मांय आ
नानो सी देवर म्हारा लादा लाग्यो आयो
छोटी सी नणदल म्हारी लारां लागी आई

भेरूजी गोतन बाजूटिया रा सावला / मालवी


भेरूजी गोतन बाजूटिया रा सावला
उनी सुतारण ले लाव ललकार
हातां री झालो देती आवे रे गुड़ री गूजरी
भेरू जी जो तम कलस्या रा सावला
उनी कुमारण से लाव ललकार
भेरूजी जो तम तेल-सिंदूर सावला
उनी तेलण खे लाव ललकार
भेरूजी जो तम नायका रा सावला
उनी कंठालण ले लाव ललकार
भेरूजी जोतम मेवा रा सावला
उनी मालण खे लाव ललकार
भेरूजी जो तम बीड़ा रा सावला
उनी तंवोलण खे लाव ललकार
भेरूजी जो तम घुघरा रा सावला
उनी सुनारण खे लाव ललकार
भेरूजी जो तम घी-खिचड़ा रा सावला
उनी कलालण खे लाव ललकार
भेयजी जो तम घी-खिचड़ा रा सावला
उनी बऊ खे लाव ललकार
भेरूजी जो तक भेंट का सावला
तो तम उना सेवक ले लाव ललकार
भेरूजी जो तम आरती का सावला
तो तम उनी कुंवासी खे लाव ललकार

ससरा अबोले, सासू अबोले / मालवी


ससरा अबोले, सासू अबोले
किनी पत मंदरियां आवां हो
जेठ अबोले, जेठानी अबोले
किनी पत मंदरिये आवां हो
सास मनावां, ससरा मनावां
डंकारा समूचे आया हो
जेठ मनावां जेठानी मनावां
तेल-सिन्दूर लई आवां हो
देवर अबोले, देवराणी अबोले
देवर मनावां, देवराणी मनावां
फलड़ा लई ने आवां हो
यो मड़ गाजे, भेरूजी नौबत बाजे
पुत्र अबोले, कुलबऊ अबोले
पुत्र मनावां, कुलबऊ मनावां
घी-खिचड़ी लई ने आवां हो
मो मड़ गाजे, भैरूजी नौबत बाजे
नणंद अबोले, पनदोई अबोले
नणंद मनावां, नणदोई मनावां
आरती लई ने आवां हो
स्वामी अबोले, सोकड़ अबोले
किनी पत मंदरिये आवां हो
स्वामी मनावां, सोकड़ मनावां
रूपयो नारेक लई ने आवां हो

मैं वो सुतारियारी बेटी, बखी थी वो बेन / मालवी


मैं वो सुतारियारी बेटी, बखी थी वो बेन
इनी सेरिया हाटड़लो मत मांड, म्हारी ऐ बेन
छोड़ दो हटीला भेरू म्हारो फाटे वीर
फाटे म्हारो चीर, भेरूजी टूटे म्हारो हार
टूटे म्हारा बाजूबंद रा लू, म्हारी ऐ बेन
छोड़ दो काला-मतवाला, छोड़ दो कासी रा वासी

नानी नानी पापड़ी ने हाथ में चट्टियो / मालवी


नानी नानी पापड़ी ने हाथ में चट्टियो
यूं दे भणे बाल ब्रहमचारी
भजो भैरवानन्द आनन्द कारी
फलाणा राम का रजपाल बाबा भेरू
फलाणी बऊ त भई बाप बाबा भेरू
फलाणा जमई छड़ीदार बाबा भेरूरा


सुवारिया री बेटी भेरूजी थारी सेवा अई रे / मालवी


सुवारिया री बेटी भेरूजी थारी सेवा अई रे
थारी सेवा अई, ने बाजुट लाई रे
काका मतवाला थें म्हारी नींद गमाई रे
नींद गमाई, सारी रैन जगाई रे
चावुकड़े चमकाई रे
कंठालियारी बेटी भेरूजी थारी सेवा आई रे
थारी सेवा आई, नारेक लाई रे
तेली री बेटी भेरूजी, थारी सेवा आई रे
थारी सेवा आई, तेल-सिन्दूर लाई रे
माली की बेटी भेरूजी, थारी सेवा आई रे
थारी सेवा आई, फुलड़ा लाई रे
तमोली की बेटी भेरूजी, थारी सेवा आई रे
थारी सेवा जाई, बिड़ला लाई रे
हलवाई की बेटी भेरूजी, थारी सेवा आई रे
थारी सेवा आई, सिरनी लाई रे
सेपकरी बेटी भेरूजी थारी सेवा आई रे
थारी सेवा आई, गुड़-गोकर लाई रे
काक मतवाला थें म्हारी नींद गमाई रे
नींद गमाई, सारी रैन जगाई
चावुकड़े चमकाई रे। 






Bheru Bhairav Geet Malvi Lokgeet lyrics in Hindi


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