नदिया के पार / जब तक पूरे न हो फेरे सात
जब तक पूरे न हों फेरे सात
तब तक दुल्हिन नहीं दुल्हा की
तब तक बबुनी नहीं बबुआ की
अबही तो बबुआ पहली भँवर पड़ी है
अभी तो पहुना दिल्ली दूर खड़ी है
पहली भँवर पड़ी है,दिल्ली दूर खड़ी है
करनी होगी तपस्या सारी रात
सात फेरे सात जन्मों का साथ...
जैसे जैसे भँवर पड़े मन अंगना को छोड़े
एक एक भाँवर नाता अन्जानों से जोड़े
घर अंगना को छोड़े, नाता अन्जानों से जोड़े
सुख की बदरी आंसू की बरसात
सात फेरे सात जन्मों का साथ...
सात फेरे धरो बबुआ भरो सात वचन जी
ऐसे कन्या कैसे अर्पण कर दे तन भी मन भी
उठो उठो बबुनी देखो ध्रुव तारा
ध्रुव तारे सा हो अमर सुहाग तिहारा
ओ देखो देखो ध्रुव तारा, अमर सुहाग तिहारा
सातों फेरे सातों जन्मों का साथ...
आदमी सड़क का / आज मेरे यार की शादी है
अमीर से होती हैं, गरीब से होती हैं
दूर से होती हैं, क़रीब से होती हैं
मगर जहाँ भी होती हैं, ऐ मेरे दोस्त
शादियाँ तो नसीब से होती हैं
आज मेरे यार की शादी है
यार की शादी है, मेरे दिलदार की शादी है
लगता है जैसे सारे संसार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...
वक़्त है खूबसूरत, बड़ा शुभ लगन मुहूरत
देखो क्या खूब सजी है, दुल्हे की भोली सूरत
ख़ुशी से झूमे है मन, मिला सजनी को साजन
कैसे संजोग मिले हैं, चोली से बँध गया दामन
एक मासूम कली से मेरे गुलज़ार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...
ओ सुन मरे दिल जानी, तेरी भी ये जवानी
शुरु अब होने लगी है, नयी तेरी जिंदगानी
ख़ुशी से क्यों इतराए, आज तू हमें नचाये
वक़्त वो आने वाला, दुल्हनिया तुझे नचाये
किसी के सपनों के सोलह-सिंगार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...
सारे तारे तोड़ लाऊँ, तेरे सेहरे को सजाऊँ
फूल राहों में बिछाऊँ मैं प्यार के
आज लूँगा मै बलाएं, दूँगा दिल से दुआएं
डाल गले में ये बाँहें अब यार के
एक चमन से देखो आज बहार की शादी है
आइना / मेरी बन्नो की आएगी बारात
मेरी बन्नो की आएगी बारात, कि ढोल बजाओ जी
मेरी लाडो की आएगी बारात, कि ढोल बजाओ जी
आज नाचूंगी मैं सारी रात, कि ढोल बजाओ जी
मेरी बन्नो की आएगी बारात ...
सजना के घर तू जाएगी, याद हमें तेरी आएगी
जा के पिया के देस में ना, हमको भुलाना
आँख बाबुल तेरी क्यों भर आई
बेटीयाँ तो होती हैं पराई,
अब रहेगी ये सइयां जी के साथ, कि ढोल बजाओ जी,
मेरी बन्नो की आएगी बारात ...
गज़रा खिला है बालों पे, सुर्खी लगी है गालों पे
बिंदिया चमकती है माथे पे, नैनों में कज़रा
सज़ा है तन पे, गहना
लगे क्या खूब तू, बहना
खिली होठों पे, लाली
सजे कानों में, बाली
लगी मेंहदी दुल्हनिया के हाथ, कि ढोल बजाओ जी
मेरी बन्नो की आएगी बारात ...
ले लूँ बलाएं तेरी सभी, दे दूँ तुझे मैं अपनी खुशी
माँग दुआ मैं रब से यही, तू खुश रहे,
कोई चाहत रहे ना अधूरी
तेरी सारी तमन्ना हो पूरी
मैंने कहदी मेरे दिल की बात
मेरी बन्नो की आएगी बारात ..
हम आपके हैं कौन / बाबुल जो तुमने सिखाया
बाबुल जो तुमने सिखाया, जो तुमसे पाया
सजन घर ले चली, सजन घर मैं चली
यादों के लेकर साये, चली घर पराये, तुम्हारी लाड़ली
कैसे भूल पाऊँगी मैं बाबा, सुनी जो तुमसे कहानियाँ
छोड़ चली आँगन में मइया, बचपन की निशानियाँ
सुन मेरी प्यारी बहना, सजाये रहना, ये बाबुल की गली
सजन घर मैं चली ...
बन गया परदेस घर जन्म का, मिली है दुनिया मुझे नयी
नाम जो पिया से मैं ने जोड़ा, नये रिश्तों से बँध गयी
मेरे ससुर जी पिता हैं, पति देवता हैं, देवर छवि कृष्ण की
सजन घर मैं चली ...
हम साथ साथ हैं / छोटे छोटे भाइयों
छोटे छोटे भाइयों के बड़े भैया, आज बनेंगे किसी के सैंया
ढोल नगाड़े बजे शहनाइयां, झूम के आईं मंगल घड़ियां
छोटे छोटे भाइयों ...
भाभी के संग होली में, रंग गुलाल उड़ाएंगे
आएगी जब जब दीवाली, मिलकर दीप जलाएंगे
चुनरी की कर देगी छैया, आएगी बन के पुरवइया
छोटे छोटे भाइयों ...
झिलमिल हो गई हैं अखियाँ, याद आईं बचपन की घड़ियां
नए सफ़र में लग जाएंगी, प्यार की इनको हथकड़ियां
जचते हैं देखो कैसे बड़े भैया, राम जी ब्याहने चले सीता मैया
छोटे छोटे भाइयों ...
जिगरवाला / चले हैं बाराती बन ठन के
चलें हैं बाराती बन ठन के
खुशियों से घुंघरू भी खनके
लेके जायेंगे दुल्हन, पूरा करेंगे वचन
डर डर के नहीं रे, तन तन के
अरे देखो देखो यार मेरा दूल्हा बना है
सर पे उमंगों का सेहरा बंधा है
मस्तियों का जाने कैसा जादू चला है
बिन पिए देखो नशा चढ़ने लगा है
होके घोड़ी पे सवार, बड़ा जचता है यार
सब नाचते हैं यार, बचपन के
चलें हैं बाराती बन ठन के...
बड़े ही जिगरवाले यार के बाराती
जो भी हैं कंवारे वही ढूँढ लेंगे साथी
लड़की की सारी ही सहेलियां हैं प्यारी
उन में से चुन लेना तुम बारी बारी
यही गाये शहनाई, खूब जोड़ी ये बनाई
उस रब ने गुलाब, चुन चुन के
चले हैं बाराती बन ठन के...
गुलाम बेगम बादशाह / घोड़ी पे होके सवार चला है दूल्हा यार
घोड़ी पे हो के सवार चला है दूल्हा यार
कमरिया में बाँधे तलवार
अकड़ता है छैला मिली है ऐसी लैला
कि जोड़ी है नहले पे दहला
घोड़ी पे हो के ...
कल तक बेचारा हम सा कँवारा
फिरता था गली-गली मारा-मारा
देखी एक छोकरी फूलों की टोकरी
बोला दिल थाम के मैं हारा-हारा
यार को मुबारक हो मुहब्बत की बाज़ी
मियाँ बीवी राज़ी तो क्या करेगा काज़ी
सदा फूले-फले दोनों का प्यार
घोड़ी पे हो के ...
दुल्हन की धुन है कैसा मगन है
होगा मिलन देखो अभी-अभी
शादी की मस्ती लगती है सस्ती
पड़ती है महँगी भी कभी-कभी
ये बात मत भूलना प्यार की बहारें
नन्हें-मुन्नों की लगा देंगी क़तारें
तब उतरेगा जा के ख़ुमार
घोड़ी पे हो के ...
मेरे यार की शादी है / ढोलक में ताल है पायल में छन छन
ढोलक में ताल है, पायल में छन छन
घूंघट में गोरी है, सेहरे में साजन
जहाँ भी ये जाएँ, बहारें ही छाएँ
ये खुशियाँ ही पाएँ, मेरे दिल ने दुआ दी है
मेरे यार की शादी है...
प्यार मिला प्रीत मिली, मेरे यार को
बड़ी प्यारी जीत मिली, मेरे यार को
खुश है जो दिल, मैंने महफ़िल, गीतों से सजा दी है
मेरे यार की शादी ...
हार नहीं जीत नहीं जहाँ प्यार है
जिसमें हार जीत हो वो कहाँ प्यार है
लग जा गले, यार मेरे, मैंने दिल से सदा दी है
मेरे यार की शादी ...
साथी, सखियां, बचपन का ये अंगना
गुड़िया, झूले, कोई भी तो होगा संग ना
छुपाऊँगी आँसू कैसे, भीगेंगे कंगना
साथी सुन ले, बोले जो ये अंगना
ये मन, जीवन, प्यार के ही, रंग में रंगना
हँस देगी तेरी चूड़ी, खनकेंगे कंगना
साथी सुन ले रे
मेरे यार की शादी ...
नीलकमल / बाबुल की दुआएं लेती जा
बाबुल की दुआएं लेती जा
जा तुझको सुखी संसार मिले
मैके की कभी ना याद आए
ससुराल में इतना प्यार मिले
बाबुल की दुआएं ...
नाज़ों से तुझे पाला मैंने
कलियों की तरह फूलों की तरह
बचपन में झुलाया है तुझको
बाँहों ने मेरी झूलों की तरह
मेरे बाग़ की ऐ नाज़ुक डाली
तुझे हर पल नई बहार मिले
बाबुल की दुआएं ...
जिस घर से बँधे हैं भाग तेरे
उस घर में सदा तेरा राज रहे
होंठों पे हँसी की धूप खिले
माथे पे ख़ुशी का ताज रहे
कभी जिसकी जोत न हो फीकी
तुझे ऐसा रूप-सिंगार मिले
बाबुल की दुआएं ...
बीतें तेरे जीवन की घड़ियाँ
आराम की ठंडी छाँवों में
काँटा भी न चुभने पाए कभी
मेरी लाड़ली तेरे पाँवों में
उस द्वार से भी दुख दूर रहें
जिस द्वार से तेरा द्वार मिले
बाबुल की दुआएं ...
सच्चा झूठा / मेरी प्यारी बहनिया बनेगी दुल्हनिया
मेरी प्यारी बहनिया बनेगी दुल्हनिया
सजके आएँगे दूल्हे राजा
भैया राजा बजाएगा बाजा
अपने पसीने को मोती कर दूँगा
मोतियों से बहना की माँग भर दूँगा
आएगी बारात देखेगी सारी दुनिया
होंगे लाखों में एक दूल्हे राजा
भैया राजा ...
सोलह सिंगार मेरी बहिना करेगी
टीका चढ़ेगा और हलदी लगेगी
बहना के होंठों पे झूलेगी नथनिया
और झूमेंगे दूल्हे राजा
भैया राजा ...
सेज पे बैठेगी वो डोली पे चढ़ेगी
धरती पे बहना रानी पाँव न धरेगी
पलकों की पालकी में बहना को बिठा के
ले जाएँगे दूल्हे राजा
भैया राजा ...
सजना के घर चली जाएगी जो बहना
होंठ हँसेंगे मेरे रोएँगे ये नैना
रखिया के रोज़ रानी बहना को बुलाऊँगा
ले के आएँगे दूल्हे राजा
भैया राजा ...
कुछ कुछ होता है / साजन जी घर आये
कब से आए हैं तेरे दूल्हे राजा
अब देर न कर जल्दी आजा
तेरे घर आया मैं आया तुझको लेने
दिल के बदले में दिल का नज़राना देने
मेरी हर धड़कन क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए साजन जी घर आए
दुल्हन क्यूं शरमाए साजन जी घर आए
ऐ दिल चलेगा अब ना कोई बहाना
गोरी को होगा अब साजन के घर जाना
माथे की बिंदिया क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...
दीवाने की चाल में फंस गई मैं इस जाल में
ऐ सखियों कैसे बोलो बोलो
मुझपे तो ऐ दिलरुबा तेरी सखियां भी फ़िदा
ये बोलेंगी क्या पूछो पूछो
जा रे जा झूठे तारीफ़ें क्यूं लूटे
तेरा मस्ताना क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...
ना समझे नादान है ये मेरा एहसान है
चाहा जो इसको कह दो कह दो
छेड़ो मुझको जान के बदले में एहसान के
दे दिया दिल इसको कह दो कह दो
तू ये ना जाने दिल टूटे भी दीवाने
तेरा दीवाना क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...
मेंहदी लाके गहने पाके
हाय रो के तू सबको रुला के
सवेरे चली जाएगी तू बड़ा याद आएगी
तू जाएगी तू बड़ा याद आएगी
तेरे घर आया ...
हम आपके हैं कौन / जूते दे दो पैसे ले लो
दूल्हे की सालियों ओ हरे दुपट्टे वालियों \- २
जूते दे दो पैसे लेलो
को: जूते दे दो पैसे ले लो
दुल्हन के देवर तुम दिखलाओ ना ये तेवर \- २
पैसे देदो जूते लेलो
को: पैसे दे दो जूते ले लो
हे हे हे हे
अजी नोट गिनो जी, जूते लाओ
जिद छोड़ो जी, जूते लाओ
फ्रॉड हैं क्या हम, तुम ही जानो
अकड़ू हो तुम, जो भी मानो
को: जो भी मानो, जो भी मानो
अजी बात बढ़ेगी, बढ़ जाने दो
माँग चढ़ेगी, चढ़ जाने दो
पड़ो ना ऐसे, पहले जूते
को: पहले जूते पहले जूते
जूते लिये हैं नहीं चुराया कोई जेवर
दुल्हन के देवर तुम दिखलाओ ना ये तेवर
पैसे दे दो जूते ले लो
जूते दे दो पैसे ले लो \- २
कुछ ठँडा पी लो, मूड नहीं है
दही बड़े लो, मूड नहीं है
कुल्फ़ी खा लो, बहुत खा चुके
पान खा लो, बहुत खा चुके
को: बहुत खा चुके बहुत खा चुके
अजी रसमलाई, आपके लिये
इतनी मिठाई, आपके लिये
पहले जूते, खाएँगे क्या
आपकी मर्जी, नाजी तौबा
को: नाजी तौबा नाजी तौबा
किसी बेतुके शायर की बेसुरी क़व्वालियों
दूल्हे की सालियों ओ हरे दुपट्टे वालियों
जूते दे दो पैसे ले लो \- २
हे हे हे हे
जूते दे दो पैसे ले लो \- ४
हम आपके हैं कौन / दीदी तेरा देवर दिवाना
ला ला ...
दीदी तेरा देवर दिवाना
दीदी तेरा देवर दिवाना
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
(धंधा है ये उसका पुराना)\- २
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
ल ल्ला ...
मैं बोली के लाना यू इमली का दाना
मगर वो छुहारे ले आया दिवाना
मैं बोली मचले है दिल मेरा हाय
वो खरबुजा लाया जो नीम्बू मँगाये
(पगला है कोई उसको बताना) \- २
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
ओय होए होए
दीदी तेरा देवर दिवाना
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
मैं बोली कि लाना तू मिट्टी का हाँड़ी
मगर वो बताशे ले आया अनाड़ी
मैं बोली के लादे मुझे तू खटाई
वो बाज़ार से लेके आया मिठाई
हूँ मुश्किल है यूं मुझको फँसाना \- २
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
उई माँ
दीदी तेरा देवर दिवाना
हाय राम कुड़ियों को डाले दाना
होए होए होए हाय रे हाय होए होए होए हाय रे हाय
भाभी तेरी बहना को माना \-२
हाय राम कुड़ियों का है ज़माना \- २
रब्बा मेरे मुझको बचाना \- २
हाय राम कुड़ियों का है ज़माना \- २
रप्पापपा तुरूरूरू रू रू \-२
हुकूम अपका था जो मैने ना माना
खतावार हूँ मैं न आया निभाना
सज़ा जो भी दोगे वो मँज़ूर होगी
अजी मेरी मुश्किल कभी दूर होगी
बन्दा है ये खुद से बेगाना \- २
हाय राम कुड़ियों का है ज़माना
हाय राम कुड़ियों का है ज़माना \- ५
हम आपके हैं कौन / वाह वाह राम जी
वाह वाह राम जी, जोड़ी क्या बनाई
भैय्या और भाभी को, बधाई हो बधाई
सब रसमों से बड़ी है जग में
दिल से दिल की सगाई
आपकी कृपा से ये, शुभ घड़ी आई
जीजी और जीजा को, बधाई हो बधाई
सब रसमों से बड़ी है जग में
दिल से दिल की सगाई
वाह वाह राम जी
मेरे भैय्या जो, चुप बैठे हैं
देखो भाभी ये, कैसे ऐंठे हैं
ऐसे बड़े ही भले हैं
माना थोड़े मन्चले हैं
पार आप के सिवा कहीं भी न फिसले हैं
देखो देखो ख़ुद पे, जीजी इतराई
भैय्या और भाभी को, बधाई हो बधाई
सब रसमों से बड़ी है
वाह वाह राम जी
सुनो जीजाजी, अजी आप के लिये
मेरी जीजी ने, बड़े तप हैं किये
मन्दिरों में किये फेरे
पूजा साँझ सवेरे
तीन लोक तैंतीस देवों के ये रही घेरे
जैसे मैं ने माँगी थी, वैसी भाभी पाई
जीजी और जीजा को, बधाई हो बधाई
सब रसमों से बड़ी है
वाह वाह राम जी
हम आपके हैं कौन / आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है
आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है
गाने बैठे गाना, सामने समधन है
हम कुछ आज सुनायें, ये उनका भी मन है
गाने बैठे गाना, सामने समधन है
कानो की बालियाँ, चाँद सूरज लगे
ये बनारस की साड़ी खूब सजे
राज़ की बात बतायें, समधीजी घायल हैं
आज भी जब समधन की, खनकती पायल है
होंठों की ये हँसी, आँखों की ये हया
इतनी मासूम तो, होती है बस दुआ
राज़ की बात बतायें समधी खुश क़िसमत है.ब
लक्ष्मी है समधन जी, जिनसे घर जन्नत है
आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है
सामने समधीजी, गा रही समधन है
हमको जो है निभाना, वो नाज़ुक बन्धन है
सामने समधीजी, गा रही समधन है
मेरी छाया है जो, आपके घर चली
सपना बन के मेरी, पलकों में है पली
राज़ की बात बतायें, ये पूँजी जीवन की
शोभा आज से है ये, आपके आँगन की
हम आपके हैं कौन / लो चली मैं अपने देवर की बारात ले के
लो चली मैं अपनी देवर की बारात ले के लो चली मैं
न बैण्ड बजा, न ही बाराती, खुशियों की सौगात ले के
लो चली मैं
देवर दुल्हा बना, सर पे सेहरा सजा
भाभी बढ़कर आज बलाइयाँ लेती है
प्रेम की कलियाँ खिले, पल पल खुशियाँ मिले
सच्चे मन से आज दुआएँ देती है
घोड़े पे चढ़ के, चला है बाँका, अपनी दुल्हन से मिलने
लो चली मैं
वाह! वाह! राम जी, जोड़ी क्या बनाई
देवर देवरानीजी, बधाई हो बधाई
सब रसमों से बड़ी है जग में दिल से दिल की सगाई
आज है शुभ घड़ी, आज बनी मैं बड़ी
कल तक घर की बहु थी, अब हूँ जेठानी
हुक़ुम चलाऊँगी मैं, आँख दिखाऊँगी मैं
सहमी खड़ी रहेगी मेरी देवरानी
हज़ार सपने, पलकों में अपने दीवानी मैं साथ ले के
लो चली मैं .
मैंने प्यार किया / कहे तोह से सजना ये तोहरी सजनियाँ
कहे तोसे सजना,ये तोहरी सजनिया
पग पग लिए जाऊं, तोहरी बलैयां मैं
पग पग लिए जाऊं, तोहरी बलैयां
मगन अपनी धुन में रहे मोरा सैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
बदरिया सी बरसूँ, घटा बन के छाऊँ
बदरिया सी बरसूँ
हो, बदरिया सी बरसूँ, घटा बन के छाऊँ
जिया तो ये चाहे, तोहे अंग लगाऊं
लाज निगोड़ी मोरी , रोके है पैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां, मैं
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
मैं जग की कोई रीत ना जानूं,
मैं जग की कोई
हो, मैं जग की कोई रीत ना जानूं
मांग का तोहे सिन्दूर मानूं
तू ही चूडियाँ मोरी, तू ही कलियाँ
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां, मैं
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
मोहे लागे प्यारे, सभी रंग तिहारे
मोहे लागे प्यारे
हो, मोहे लागे प्यारे, सभी रंग तिहारे
दुःख सुख में हर पल, रहूँ संग पिया रे
दरदवा को बांटे, उमर लरकैयां
हो हो, पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां
कहे तोहसे सजना, यह तोहरी सजनिया
पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां
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