कोइ जान रे मरम माधइया केरौ।
कैसें रहै करै का सजनी प्राण मेरौ॥टेक॥
कौण बिनोद करत री सजनी, कौणनि संग बसेरौ।
संत-साध गति आये उनके करत जु प्रेम घनेरौ॥१॥
कहाँ निवास बास कहँ, सजनी गवन तेरौ।
घट-घट माहैं रहै निरंतर, ये दादू नेरौ॥२॥
दादू दयाल जी के भजन मुख्य पृष्ठ Dadu Dayal Bhajan Lyrics
बिंदु जी महाराज के भजन / पद / लिरिक्स Bindu Ji ke Bhajan /Pad /Lyrics
ललित किशोरी जी के भजन Lalil Kishori Bhajan Lyrics
No comments:
Post a Comment