Ab Kulakani Taje Hi BanegiLalit Kishori Bhajan
अब कुलकानि तजे ही बनैगी।
पलक ओट सत कोटि कलप सम, बिछुरत हिये कटारि हनैगी॥१॥
ललितकिसोरी अंत एक दिन, तजिबेई जब तान तनैगी।
फिर का सोच देहु तिल अंजुलि, लेहु अंक रसकेलि छनैगी॥२॥
बिंदु जी महाराज के भजन / पद / लिरिक्स Bindu Ji ke Bhajan /Pad /Lyrics
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