मिश्रित गीत मालवी लोकगीत Mishrit Geet Malvi Lokgeet lyrics in Hindi
गाली
आईजा म्हारी समदण लिम्बू तळे / मालवी लोकगीत
आईजा म्हारी समदण लिम्बू तळे
दारी बिछिया पेरे लिम्बू तळे
थारी अनबट री झलक बतईजा म्हारे
रिझईजा म्हाने
जच्चा
दरवाजा पे नौबत बाजे / मालवी लोकगीत
दरवाजा पे नौबत बाजे
लाल म्हारे भोत नीको लागे
दाई हमारे मन भावे
आवतो सो दीनड़ झेले
लाल म्हारे भोत नीको लागे
सासू हमारा मन भावे
वे कुंवर पठोला में झेले
वे जोठाणी हमारे मन भावे
वे चखेते फूंको धरावे
लाल मोय भोत नीको लागे
वे देराणी हमारे मन भावे
वे दस दन रसोई निपाये
वे कोणा में खाट बिछावे
लाल मोय भोत नीको लागे
वे नणंद हमारे मन भावे
वे कंवळे ते सांतीपूड़ा लावे
वे पड़ोसन हमारे मन भावे
वे दस दिन मंगल गावे
वे ढोली हमारे मन भावे
वे अँगना में ढ़ोल घोरावे
वे जोसी हमारे मन भावे
वे ललना को नाम धरावे।
मेहा बरसने को है शाबास / मालवी
मेहा बरसने को है शाबास
बादल गरजने को है शाबास
बिजली चमकने को है शाबास
जच्चा तूने बिछियां पेरिया आज
सुवाग बड़ाने को शाबास
जच्चा तूने तोड़ा पेरिया आज
पिया के जगाने को शाबास
जच्चा तूने चुड़िलो पेरिया आज
पिया के रिझाने को शाबास
जच्चा तूने बेटा जाया आज
बंस बढ़ाने को शाबास
जच्चा तूने पीड़ी जाई आज
साजन बुलाने को शाबास
रंग उड़े रे गुलाल इना घर में / मालवी
रंग उड़े रे गुलाल इना घर में
पाणी पड़े रे तुबार इना घर में
जई ने कीजो कचेरी बिठईया से
दफ्तर के लिखईया से
दाई ने बेग बुलावे इना घर में
दाई बुलाय जच्चा क्या फरमाव
हम घर नाको मोड़ाय इना घर में
जई ने किजो उना सार का खिलईया से
पांसा का जितईया से
सासू जी ने बेग बुलाव इना घर में
सासू बुलाय बच्चा क्या फरमाव
कुवर अटोला में झेले इना घर में
आप तो जच्चा रानी
लाल लई सूता, गोपाल लई सूता
हमखे लगाई दौड़ा-दौड़ इना घर में
जाय ने कीजो कंठी का पेरईया से
चौसर का निरखईया से
जेठाणी खे बेग बुलाव इना घर में
जेठाणी बुलाय जच्चा क्या फरमावो
म्हारा चखे कुंकू धराय इना घर में
जाई ने कीजो उन पागां का पेरईया से
पेचां का निरखईया से
देराणी खे बेग बुलाव इना घर में
देराणी बुलाय जच्चा क्या फरमावो
देस इन रसोई निपाय इना घर में
म्हारा कोने खाट बिछाय इना घर में
नणदल खे बेग बुलाय इना घर में
नणदल बुलाय जच्चा क्या फरमाओ
म्हारा कंवळे सांतीपुड़ा मांडे इना घर में
पड़ोसण खे बेग बुलाव इना घर में
पड़ोसण बुलाय जच्चा क्या फरमावो
म्हारे इस दन मंगल गवाड़ो इना घर में
जोसीड़ा खे बेग बुलावो इना घर में
जोसीड़ो बुलाय जच्चा क्या फरमावो
म्हारा नाना को नाम धरावो इना घर में
ढोली बुलाय जच्चा क्या फरमावो
ढोली बुलाय जच्चा क्या फरमावो
दस दन ढोल बजाव इना घर में
मेहल में सोर करियो राणी जच्चा / मालवी
मेहल में सोर करियो राणी जच्चा
नगर में सोर करियो राणी जच्चा
जच्चा तूने बिछिया पेरिया सच्चा
कि अनबट जोर खुल्या राणी जच्चा
नगर में सोर करियो राणी जच्चा
बिछिया पेरिया आपका / मालवी
बिछिया पेरिया आपका
अपणा सुहाग का
आनड़िया रा बाप का
अलबेली जच्चा मान करो
मान करो, गुमान करो
री जच्चा मान करो
तोड़ा पेरिया आपका
अपणा सुहाग का
कीकाजी रा बाप का
अलबेली जच्चा मान करो
सूरज पूजा का गीत
हरता तो फरता मारूजी हो पूछे / मालवी
हरता तो फरता मारूजी हो पूछे
मटकी ना मोती क्याँ मेलिया
एकज मोती राजा दई ने दीदो
हरता तो फरता मारूजी हो पूछे
मटकी ना मोती क्यां मेल्या
एकज मोती राजा सासू ने दीदो
कुंवर पटोला झेलिया
हरता...
एकज मोती राजा जेठाणी ने दीदो
दस दन खूणे खाट ढलाविया
हरता तो...
एकज मोती राजा जेठाणी ने दीदो
दस दन दिवलो संजोवियो
हरता तो...
एकज मोती राजा नणदल ने दीदो
कंवले सांतीपूड़ा मंडाविया
हरता तो फरता सुगणी रा सायबा पूछे
एकज मोती राजा ढोली ने दीदो
दस दन ढोल गरासिया
हरता तो...
एकज मोती राजा पड़ोसन ने दीदो
दस दन मंगल गवाड़िया
सावनी झूले का गीत
चंदा थारी चांदणी सी रात / मालवी
चंदा थारी चांदणी सी रात
झालीजी रमवा नीकल्याजी म्हारा राज
रम्या-खेल्या घड़ी दोय-चार
ससराजी आणे आवियाजी म्हारा राज
चालो बऊ बड़, चालो मोटा घर की नार
छोटा घर की धीमड़ी जी म्हारा राज
जेठजी आणे आवियाजी म्हारा राज
चालो बऊ बड़, चालो मोटा घर की नार
मारूजी आणे आविया जी म्हारा राज मा
चालो भाभीसा, चालो मोटा घर की नार
मारूजी आणे आविया जी म्हारा राज
चालो मारूणी, चालो मोटा घर की नार
म्हें छोटा घर की धीवड़ी जी म्हारा राज
लीला लीम की लिम्बोली पाकीजी / मालवी
लीला लीम की लिम्बोली पाकीजी
सावण फेर आयेगा
दाऊजी दूर मती दीजो
माता नई बुलावेगा
काची करड़ नी गमरण बावड़ी / मालवी
काची करड़ नी गमरण बावड़ी
लोंगा जड़ियो रे जड़ाव
तांबा पीतला ना गमरण बेड़ला
रेसम लाम्बी डोर
बेड़लो मेल्यो रे सखर पाळ
चूमकी चम्पा डाळ
डोर टूटी ने गडूलियो डूबियो
पाणी गयो रे पैताळ
काठा कसी लो गमरण कांछड़ा
लीजो पीपरिया नी वाट
घर जाता हो गमरण माता ने के
माता म्हारो माथो दूखे
ससराजी आणें आविया
माता म्हारो तो माथो दूखे
जेठजी आणे आविया
माता म्हारो तो माथो दूखे
देवरजी आणे आविया
माता म्हारो तो माथो दूखे
पीयूजी आणे आविया
घर जा ने बेटी
माता म्हारो माथो हो गूथो
पाटी पड़ाव
पियूजी आणे आविया
में तो अकेली म्हारो घर न लुटाय दीजो / मालवी लोकगीत
में तो अकेली म्हारो घर न लुटाय दीजो
घर न लुटाय दीजो, बन न कराय दीजो
सासू सुणें तो पिया उन्हें मत आवन दीजो
ललना खेलावन म्हारा माता खे बुलाव दीजो
जेठाणी सुणे तो पिया उन्हें मत आवन दीजो
रसोई निपावन म्हारी काकी खे बुलाय लीजो
नणंदी सुणे तो पिया उन्हें मत आवन दीजो
सांतीपुड़ा मांडण म्हारी बून्या बुलाय लीजो
पड़ोसन सुणे तो पिया उन्हें मत आवन दीजो
मंगल गावण म्हारी सखियां बुलाय लीजो
ढोली सुणे तो पिया उन्हें मत आवन दीजो
ढोली म्हारा पीयर से बुलाय लीजो
जोसी सुणे तो पिया उन्हें मत आवन दीजो
जोसी म्हारा पीयर से बुलाय लीयो।
अंबे तो खबं बळे रे दिवला / मालवी लोकगीत
अंबे तो खबं बळे रे दिवला
जाणू चतुरभुज जनमियां
जुग-जुग जिवजो दाई हमारा
आतो-सो दीनड़ झेलियो
जुग-जुग जीवजो सासू हमारा
दस दन कुंवर खेलाविया
जुग-जुग जीवजो जेठाणी हमारा
चखेत फूंको मेलियो
जुग-जुग जीवजो देराणी हमारा
कंवळे खाट बिछाविया
जुग-जुग जीवजो नणांद हमारा
कूका ने झगल्यो लाविया
कूका ने झूल टोपी लाविया
जुग जुग जीवजो ढ़ोली हमारा
अंगणा में ढ़ोल घोराविया
जुग जुग जीवजो पड़ोसण हमारा
दस दन मंगल गाविया
जुग जुग जोशी हमारा
कूका को नाम धराविया।
कन्यादान के अवसर पर गाया जाने वाला गीत
इनी भूम आवो नीपजे / मालवी लोकगीत
इनी भूम आवो नीपजे
अदा का कतरिया पान
गंगा-जमना उतावळी
तिरवेणी अस्नान
जियन फलाणा राय सांपड़े
कई उदके कन्यादान
चना चवन्तो आवियो
गोरी दुलहन थारो कंत
चूना भरी छे कांथली
ओका ऊलण वास्या दंत
इनी भूम आदो नीपजे
इना आदा का कतरिया पान
गंगा-जमना उतावळी
तिरवेणी अस्नान
जियन फलाणा राम सांपड़े
कई झेले कन्यादान
लोंग चवन्तो आवियो
गोरी थारो दुल्हन कंत
लौंग भरी छे कांथली
वाका कपूर वास्या दंत।
एक बणज हम इन्दौर से करस्यां
बिछिया की जोड़ी भले लई आस्यां
एक बणज हम देवास से करस्यां
तोड़ा की जोड़ी भले लई आस्यां
ब्याण-समदेले के अवसर का गीत
समदण तेरे नैनों में कालीघटा / मालवी लोकगीत
समदण तेरे नैनों में कालीघटा
प्यारी समदण को बिछिया सोवे
अनबट समदण को तोड़ा सोवे
सांकला में होय रई लटा पटा।
जलवाय पूजन का गीत
म्हारे आज जलवाय की रात हो रसिया / मालवी लोकगीत
म्हारे आज जलवाय की रात हो रसिया
लई दो बाला चूनड़ी
म्हारा पावां सारू बिछिया घड़ाव हो रसिया
अनबट रतन जड़ाव हो रसिया
म्हारा एड़िया सारू तोड़ा घड़ाव
सांकला रतन जड़ाव
म्हारा बईरां सारू चूड़ीलो चिराव
सोयटी सासे छंद लगाव
म्हारा बांव सांरू बांवठिया घड़ाव
बाजूबंद झबिया लगाव
चुड़िला खे चीम लगाव
म्हारा लगा सारू माला घड़ाव
गलूबंद रतन जड़ाव
म्हारा काना सारू झाला घड़ाव
झुमका से मीना लगाव
म्हारा मुखड़ा सारू बेसर घड़ाव
छागो बिजली लगाव
सीस सारू सीस फूल घड़ाव
अड़ सारू सालू रंगावो
अंगिया रतन जड़ावो
पेठणी से पदर लगाव।
साध का गीत-अजमो (अजवाइन)
नौमण सौंठ, सवामण अजमो / मालवी लोकगीत
नौमण सौंठ, सवामण अजमो
येंई धमाधम खांडो पियाजी
कोई लोग सुणेगा
सासू सुणेगा, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
दौड़िया-दौड़िया आवेगा, तो ललना खिलावेगा
ललना खिलावेगा, तो दिन दस रेगा
दिन दस रेगा, तो घणो-घणो खावेगा
जापो बिगाड़ी घर जावेगा
पियाजी कोई लोग सुणेगा
माता सुणेगा, तो दौथ्ड़या-दौड़िया आवेगा
दौड़िया-दौड़िया आवेगा, तो ललना खिलावेगा
ललना खिलावेगा, तो दिन दस रेगा
दिन दस रेगा, तो थोड़ा-थोड़ा खावेगा
जापो सुधारी घर जावेगा
जेठानी सुणेगी, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
दौड़िया-दौड़िया आवेगा, तो फूंको धरेगा
फूंको धरेगा, तो नेग मांगेगा
जापो बिगाड़ी ने घर जावेगा
काकी सुणेगा, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
जापो सुदारी ने घर जावेगा
देराणी सुणेगा, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
दौड़िया-दौड़िया आवेगा, तो रसोई निपावेगा
दिन दस रेगा, खाट बिछावेगा
नेग लई ने जापो बिगाड़ेगा
जापो बिगाड़ी ने घर जावेगा
भाभी सुणेगा, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
जापो सुदारी ने घर जावेगा
नणंद सुणेगा, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
जापो सुदारी ने धर जावेगा।
नणंद सुणेगा, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
दौड़िया-दौड़िया आवेगा, तो सांतीपूड़ा लावेगा
नेग लई ने जापो बिगाड़ेगा
बेन आवेगा, तो जापो सुदारेगा
पड़ोसण सुणेगा, तो दौड़िया-दौड़िया आवेगा
आवेगा तो मंगल गावेगा
पेड़ा मांगी ने घर जावेगा
सखियां सुणेगा, तो दौड़ी आवेगा
जापो सुदारेगा।
अन्य गीत
बेन्या बाई आरती जी / मालवी लोकगीत
राइवर उबा राइवर उबा हे मांडप आय तम करो वो
बेन्या बाई आरती जी।
बईरी सासु बईरी सासु नणद पूछे बात
ववड़ कोई ओ लादो आरती जी।
घोड़ला लादा घोड़ला लादा मांडपड़ा रे हेट
म्हारे मोरा ओ लादी डेड़सो जी घोड़ाला लादा
घोड़ला मांडपड़ा रे हेट म्हारे मोरा हो लादी डेड़ सो जी।
वकड झूटा ववड़ झूटा ओ झूटा रा बोल्या
थारी एक टकारी आरती जी।
राइवर उबा राइवर उबा मांडपड़ा रे हेट
तम करो वो बेन्या बाई करो वो सुमन बाई करो
वो मनीसा बाई करो वो टुइया बाई आरती जी।
म्हारा राइवर जोगो सेवरोजी / मालवी लोकगीत
वररा दादाजी वीणे फूल हो म्हारा राइवर जोगो सेवरोजी...
वररा काकाजी वीणे फूल हो म्हारा राइवर जोगो सेवरोजी...
गुँथी लावो म्हारी मालण स्याम सेवरो ओर
भली चंपे की कलियाँ गुंजामें गुंजो लाल जमेरी
ओरज मीठी दाखड़ली सेजा में मीठा गरी गीडोला।
वररा वीराजी वीणे फूल हो म्हारा राइवर जोगो सेवरोजी...
वररा मामाजी वीणे फूल हो म्हारा राइवर जोगो सेवरोजी...
गुँथी लावो म्हारी मालण स्याम सेवरो ओर भली
भली चंपे की कलियाँ गुंजा में गुंजो लाल जमेरी
ओरज मीठी दाखड़ली सेजा में मीठा गरी गींडोला।
वररा फूफा वररा जीजाजी वीणे फूल हो म्हारा राइवर जोगो सेवरोजी...
वररा मासाजी वीणे फूल हो म्हारा राइवर जोगो सेवरोजी...
इसी तरह परिवार के विभिन्न रिश्तेदारों के नाम जोड़ते-जोड़ते गीत लम्बा होता चला जाता है।
डुपट्टो फूलाँ भया / मालवी लोकगीत
चीरा तो तम पेरजो रे बना पेंचा भोत हजार
डुपट्टो फूलाँ भर्यो लाला भोत हजार डुपट्टो फूलाँ भर्यो।
फूलाँ से भरियो सेवरो रे बना हीरा जड्यो रे जड़ाव
डुपट्टो फूलाँ भर्यो।
धारो झरोका को झाकणो रे बना म्हारो सरमीलो सुभाव
डुपट्टो फूलाँ का भर्यो।
थारे म्हारे झगड़ो लागसी रे बना सुनी हे माता बईरी सीख
डुपट्टो फूलाँ भर्यो थारे म्हारे झगड़ा लागसी रे
बना लागा हो बेन्या बेईरी सीख डुपट्टो फूलाँ भर्यो।
कंठी हो तम पेरजो रे बनाँ जामा भोत हजार
केसर भोत हजार डुपट्टो फूलाँ भर्यो।
कड़ा तो तम पेरजो रे बना हीरा भोत हजार
थारो झरोका को झाकणो रे बना म्हारो सरमीला सुभाव
डुपट्टो फूलाँ भर्यो।
इसी तरह जेवरों और परिवार के सदस्यों के नाम जोड़ते-जोड़ते यह गीत लम्बा होता चला जाता है।
बाजो अंग्रेजी चइए / मालवी लोकगीत
चीरा तो तम पेरो बनाजी पेंचा भोत हजाब
बनाजी थारी बनड़ी हे नादान के बाजो अंग्रेजी चइए।
बाजो अंग्रेजी चइए के पंखी खसखस को चइए
झालर मखमल की चइए गोटा बंबई का चइए।
डांडी सोना की चइए हो जी थारी बनड़ी हे नादान
के बाजो अंग्रेजी चइए ।
बना म्हारा जामा तो तम पेरो के बाजो अंग्रेजी चइए।
इसी तरह से जेवरों के नाम जोड़ते-जोड़ते यह गीत लम्बा होता चला जाता है।
रलियो मांडपड़ो सुवावणो जी / मालवी लोकगीत
जी ओ पेलो यो खंब मोती भर्योजी जी ओ दूसरो
यो खंब हीरा भर्योजी जी ओ रचो म्हारे मांडप हेट
आज रलीयो मांडपड़ो सुवावणोजी।
जीओ तीसरो यो खंब चोखा भर्योजी जी ओ
चोथो यो खंब कंकु भर्योजी रचो म्हारा
मांडपड़ा हेट रलीयो मांडपड़ो सुवावणोजी।
जीओ पांचमो यो खंब सुपारी भर्योजी
जीओ छटो यो खंब नारेलाँ भर्योजी
जीओ रचो म्हारा मांडवा हेट रलीयो मांडपड़ो सुवावणोजी।
जीओ सातमो यो खंब हलदी भर्योजी
जीओ आठमो यो खंब लोगाँ भर्योजी
जीओ रचो म्हारा मांडवा हेट रलीयो मांडपड़ो सुवावणोजी।
जीओ नवमो यो खंब डोड़ा भर्योजी
जीओ रचो म्हारा मांडवा हेट रलीयो मांडपड़ो सुवावणोजी।
गोया तो वचली पीपली रे / मालवी
गोया तो वचली या पीपल रे वीरा जाँ चड़ जोउँ थारी वाट
माड़ी जाया चूनड़ लाया गोया तो वचली पीपल रे वीरा...
लावो तो सगला सारू लावजो रे वीरा नी तो रे रीजो हमारा देस
जामण जाया चूनड़ लावो।
संपत होय ओ आवजो रे वीरा नी तो रे रीजो तमारे देस
जामण जाया चूनड़ लावो।
संपत थोड़ो रे रिण घणो वो बेन्या पचाँ में राखूँ थारी सोब
जामण जाया चूनड़ लावो।
काँकड़ वचली या पीपली रे वीरा जाँ चड़ जोउँ थारी वाट
माड़ो जाया चूनड़ लावो।
लावो तो सगला सारू लावजो रे वीरा नी तो रे रीजो तमारे देस
जामण जाया ।
संपत थोड़ो ने रिण घणो वो बाई पचाँ में राखूँ थारी सोब
माड़ी जाई चूनड़ लावाँ।
चालो गजानंद (विवाह गीत) / मालवी लोकगीत
चालो गजानंद जोसी क्याँ चालाँ
चालो गजानंद बजाजी क्याँ चालाँ
कई आछा-आछा लगनाँ लिखावाँ गजानंद
कोटारी गाद्धी पे नोबत बाजे।
नोबत बाजे इंदर गड़ गाजे
नोबत बाजे इंदर गड़ गाजे
तो झीणी-झीणी झालर बाजे गजानंद
कोटारी गादी पे नोबत बाजे।
चालो गाजानंद सोनी क्याँ चालाँ
चालो गजानंद माली क्याँ चालाँ
तो आछा-आछा गेणा मोलवाँ गजानंद
तो आछा-आछा सेवरा मोलावाँ गजानंद
कोटारी गादी पे नोबत बाजे।
इसी तरह शादी में दूल्हा-दुल्हन से जुड़ी चिज़ों के नाम लेते-लेते यह गीत लम्बा होता चला जाता है।
सांटो रे / मालवी लोकगीत
जो रे कीका थने कड़ा खंगाली चावे
जो रे कीका थने कड़ा खंगाली चावे
नानाजी री गोद्याँ खेल रे हालरीया सांटो रे
कीका गूँज गली को भावे।
तो नानीजी री गोद्याँ खेल रे हालरीया सांटो रे
कीका गूँज गली को भावे।
जा रे कीका थने झगल्यो टोपी चावे
जा रे कीका थने रजई गादी चावे तो
मामाजी री मामीजी री गोद्याँ खेल रे हालरीया
सांटो रे कीका गूँज गली को भावे।
जो रे कीका चावे रेसम डोरी पालणो
तो भुवाजी री गोद्याँ खेल रे हालरीया
सांटो रे कीका गूँज... गली को भावे।
बच्चों की ज़रूरत वाली चीज़ों के नाम जोड़ते-जोड़ते यह गीत लम्बा होता चला जाता है।
बानो
अणा बाने केसर उड़ीरयो / मालवी
ऊना सा पाणी ठंडा वई रया रे
रामदेव जी रूणीजा में रे
ऊना सा भोजन ठंडा वई रया रे
रामदेव जी रूणीजा में रे
सुन्ना की झारी, गंगाजल पाणी
रामदेव जी रूणीजा में रे
सोने की सार, जड़ावे का पांसा
रामदेव जी रूणीजा में रे
पक्के जो पान, कलाई का चूना
रामदेव जी रूणीजा में रे
धार नगर नी तुई वो मालनड़ी / मालवी
धार नगर नी तुई वो मालनड़ी
तुई वो चतरड़ी
सेहरड़ो गूंथी लावजे हो
गूंथत-गूंथत सेरिया में आई
सेरिया में आई, बजार में आई
राय हो फलाणा राय नो घर वन्यांनोजी
ऊँची-ऊँची मेड़ो, ने लाल किवाड़ो
दिवलो बळे बत्तीस सरियो जी
राय हो फलाना राय नो घर वन्यांनोजी
गंगा माता के गीत
पैलो मास जो लागियोजी सायबा / मालवी
पैलो मास जो लागियोजी सायबा
आल भोले मनजाय
अगरनी करावजो जी सायबा
देराणी-जेठाणी रीसे बकेसी सायबा
कौन पुरावे हमारी साद
पीयरिये पोंचावो
दादाजी रा लाड़िलाजी सायबा
माता करेगा दूना लाड़
बीरा जीरा लाड़लाजी सायबा
भाभी पुरावे हमारी साद
अगरनी करावजो जी सायबा
झवरियाँ (एक गहना)
दे डालो हो मोड़ादे म्हारी झबिया हो राज / मालवी
दे डालो हो मोड़ादे म्हारी झबिया हो राज
झबियां में लागा आदा
म्हारी सगी ननंद रा दादा
झबियां में लागा आखा
म्हारी सगी नणंद रा काका
झबियां में लागा आंबा
म्हारी सगी नणंद रा मामा
झबियां में लागा हीरा
म्हारी सगी नणंद रा बीरा
झबिया में लागा मोती
म्हारी सगी नणंद रा गोती।
सरोता
सोने का सरोता, बताओ धनराणी / मालवी
सोने का सरोता, बताओ धनराणी
सोने का सरोता, रूपा की डांडी
कतर-कतर बिड़ला, चाबो धनराणी
पेलो मास जो लागियो, आल भोले मन जाए।
केसर रो कीच मचावो / मालवी
केसर रो कीच मचावो
कस्तूरी रो मलन मिलावो
राम हल बिच धन खड़ी जी म्हारा राज
नारेला री नींव नखाव
सुपारी री पूरणी नखाव
बरफी री भींत कराव
जलेबी री बारी रखाव
लोंगां री जाली लगाव
सिंगोड़ा रा कंगूरा लगाव
आलो सो चंदन कटाव
मोड़ मलकिया घुड़ाव
चारी पांयें भंवर उतारो
ईसा ने हिंगलू डोलावो
रेसम बान बुनावो
मखदोय दामनी देवाड़ो
अतलस सेज बिछावो
मिसरू रा तकिया लगाव
चिरमा री सोड़ मिलावो
गाल मसूरिये गेंदा
जेठे पोड़े फलाणा राम रा भीम
देखो म्हारा मेलां री चतराई
जेठ पोड़े फलाणा राम री धीय
देखो म्हारी सेजां री चतराई
साध
पेलो मास जो लागियो ये / मालवी
पेलो मास जो लागियो ये
धनारायणी आल भोले मन जाय
अनोखा धनराणी, ऐके धनराणी
मजला मजला आप
पेले मजल थारे लापसी ऐके धनराणी
दूसरे मजल बूरा खांड
तीसरे मजल थारे खोपरो
चौथ दाड़िम दाख
मेंहदी
मेंदी तो आई टोडा देस से / मालवी
मेंदी तो आई टोडा देस से
केसरिया हो राज
रूपईया री टांक बेचाय
मेंदी म्हारी रंग चुवे हो राज
बाईजी रा बीरा घर नई
मेंदी कौन मोलाय
छोटो देवर लाड़लो, केसरिया हो राज
मेंदी मोलावन जाय
लसर-लसर मेंदी बांटस्यां केसरिया हो राज
झबियां झोला खाय, मेंदी म्हारी रंग चुपे हो राज
देवर की राची चीटी आँग की
भावज का रचिया दोई हाथ
न्हाई धोई सीस गुथावियो
मोतीड़ा से भरली माँग
दो हो जेठानी तमारो हालरो
दो हो देराणी तमारो चीर
पेली पेड़ी पग दियो
कंकू में खरन्या पाँव
दूसरी पेड़ी पग दियो
मेंदी में खरन्या पाँव
तीसरी पेड़ी पग दियो
झबलक दिवलो हाथ
चौथी पेड़ी पग दियो
सिरनी री छाब हाथ
पांचीव पेड़ी पग दियो
पाना री चोली हाथ
मड़मड़ मेड़िया चड़ी गया
जई उबा ढ़ोला रा पास
जागता था पण सोई गया
मुख पर राल्यो रूमाल
अंगूठो मोड़ जगा दिया
जागो-जागो हो नणंद बई का बीर
आज का दिन गोरी पीछा फिरो
सिर चढ़ियो मथवार
ऐसी म्हारा मनड़ा में जाणती
लई आती सतवा सोंठ
घसी लाती चरका लौंग
मड़मड़ मेड़ियां ऊतरिया
जई ऊबा राम आँगण बीच
लो हो जेठाणी तमारो हालरो
लो हो देराणी तमारो चीर
लो हो सासूजी तमारा पूत खे
खोला में लई ने धवाड़ो
तमारो दूद लजायो
लो हो बईजी तमारा बीर खे
गेंदा दई समजावो
एक दमड़ी का भुंगड़ा मंगाऊँ
अली-गली में चबावो
पटसाल पालणो बंधारन्यां
तले बिछाऊँ म्हारी चीर
आते-जाते झूला दऊँ
तम झूलो हो नणंद बई का बीर।
रंग रंगीली भोत रंग भीनी / मालवी
रंग रंगीली भोत रंग भीनी
उस धनाबऊ रे हाथ राचन दो मेंदी
उस मोड़ादे रे हाथ राचन दो मेंदी
पेलो मास गोरी धन लाओ
आल भोले मनजाय
राचन दो मेंदी मोड़ादे रे हाथ
गोखड़ा ऊपर गोखड़ो, जां मेंदी को झाड़ / मालवी
गोखड़ा ऊपर गोखड़ो, जां मंेदी को झाड़
हो मेंदी म्हें बोई हो राज
छोटो देवर लाड़लो
वो मेंदी को रखवाल
हो मेंदी म्हें बोई हो राज
नानी नणदल लाड़ली
वां मेंदी चूंटन जाय
लसर-लसर मेंदी बाटूं
झबियां झोला खाय
देवर की राची चीटी आँग की
भावज रा दोई हाथ
मेंदी लगाया पाणी चली
सामे मिल्या नाय
हँस्या था, पण बोल्या नी
मन में राख्यो दाव
बेड़ो लाई परंडी मेल्यो
घर मे मची रार
धम धमा धम होणे लाग्यो
छोरो पाड़े चीख
छोरा की टूटी टांगड़ी
छोरी को कचड़घाण
पाड़-पड़ोसण बेनली, म्हारो छोरो छानो राख
मैं कई राखूं, बेनूली, घर-घर मची रार
म्हारी सासू ने यूं कयो, बऊ पोल में दीवो मेलजे
हूँ भोली ने यूँ सुण्यो, बऊ सोड़ में दीवो मेलजे
सोड़ बले, सासू बले, म्हारो हियो हिलोड़ा लेय
म्हारी सासू ने यूं कयो, बऊ भैस खे कुंडो मेलजे
हूँ भोली ने यूँ सुण्यो, बऊ जेठ खे कुंडो मेलजे
गोखड़ा ऊपर गोखड़ा, जेपे कालो नाग
खाई थी, पण बच गई, परण्या थारा भा
सुहाग का गीत
बार ही बारे विनवूं, गरवे से बाबुल / मालवी
बार ही बारे विनवूं, गरवे से बाबुल
कातिक लगिन लिखाव हो
आला-लीला बांस कटाव
नागर बेल मंडवा छवाव
सुलतान दूले, रामदूले आनि बाजिया वे
हातीड़ा हठसाल बांदो, घोड़ी ला घुड़साल बांदो
बराती खे देवो जनिवास, साजन-समधी सास सेरी
जवाली अनपोय लाया, तिमन्यो अनपोय लाया
नाड़ा को रंग बदरंग
बाबुल उनखे बांध दीजो
गजरा अनगूंथ लाया, रेणी अनरंग लाया
दुपट्टा को रंग भदरंग
काकुल उनखे बांध दीजो
सुलतान दूले राम दूले रूस चलिया दे
म्हारा दादाजी आया, म्हारी माता हो आया / मालवी
म्हारा दादाजी आया, म्हारी माता हो आया
दामा रो लोभी बीरो घर रयो
तम क्योंनी आया म्हारा माड़ी रा जाया
तम बिना सूनी म्हारी बिरदड़ी
विरद अलोणी बीरा, थारी बेन अलोमी
कड़ही री चीगट म्हरे चढ़ रई
थारा पिछवाड़े बेन्या गंगा हो जमना
न्हाई-धोई ने बेन्या चीगट हेड़जे
न्हाया धोया से बीरा उजला नी दीखां
उजला तो दीखां रामरथ बीर से
ढोल्यो (पलंग)
हिंगलू भरी बादल लाव / मालवी
हिंगलू भरी बादल लाव
म्हारा मान-गुमानि ढोला
वा तो फलाणा राम आंगण ढोलो रे
म्हारा माल-गुमानी ढोला
वे तो फलाणा राम हैं पोंच वाला रे
वी तो आवता सा जानीड़ा जिमाड़े रे
कोल्या (कौर) गीत
म्हारो नानो सो लाड़ो कोल्या जीमे रे / मालवी
म्हारो नानो सो लाड़ो कोल्या जीमे रे
वी तो मेरे फलाणा राम ढुकी रयारे
वी तो मेरे फला राणी बई ढुकी रया रे
बाई मिनकड़ी क्यों नी सरजिया वो
बाई म्हारा वो बाजूटा ऐठे छिपी रेता वो
बाई पड़ता सा कोल्या झेली लेता वो
बाई गजगज धरती खोदी खाती वो
बेटी की बिदाई का गीत
घड़ी एक घोड़ीलो थोबजे रे सायब बनड़ा / मालवी
घड़ी एक घोड़ीलो थोबजे रे सायब बनड़ा
दाऊजी से मिलवा दो रे हठीला बनड़ा
दाऊजी से मिलकर काई करो वो सायब बनड़ी
दो न पालकड़े पाँव
चालो घर आपणा
लाड़ी जी थारे कारने म्हें परपत लांग्या हो राज / मालवी
लाड़ी जी थारे कारने म्हें परपत लांग्या हो राज
म्हाने भरदो लाल तमाखूड़ी
थारे किनने कयो थो मोजी डावड़ा
थारी गरजे परवत लांग्या हो राज
लाड़ीजी थारी कारने म्हें रूसविया गोतीड़ा मनाविया हो
म्हाने भरदो लाल तमाखूड़ी
थारे किनने कयो थो मौजी डावड़ा
थारा गरजे गोतीड़ा मनाविया हो राज
म्हें तो नई भरां लाल तमाखूड़ी
म्हारो नाजुक जिवड़ो कांपे हो राज
म्हारो नाजुक चिमटी दाजे हो राज
म्हें तो नई भरां लाल तमाखूड़ी
लाड़ीजी थारे कारने म्हें भम्मर जोड़ी लायो राज
लाड़ीजी थारे कारने म्हें दादाजी की जोड़ी से आयो हो राज
थारे किनने कयो थो मोजी डावड़ा
बीरो (भाई)
गाड़ो तो रड़क्यो बालू रेत में / मालवी
गाड़ो तो रड़क्यो बालू रेत में
पोंचे बेन्या बई ना देस
चलो म्हारा धोरी उतावळा
म्हारी बेन्या बई जोवे वाट
धोरी ना चलक्या सींगड़ा
म्हारा बीराजी नी पचरंगी पाग
भोजायां नो चलवरयो चूड़लो
म्हारा भतीजा नो झगल्यो झूल
चलो म्हारा धोरी उतावळा
बीरा
अणा कोलाला ना बीरा गऊँड़ा हांगणा / मालवी
अणा कोलाला ना बीरा गऊँड़ा हांगणा
बरोठा नी पाकी मसूर
कमला बई नी सेरी बीरा हांकड़ी
यो थो मदनलालजी नो भोको परवार
रे सौदागर बीरा धणी रे घुमर से बीरा आविया
आंवा कटाडूं रे बीरा आमळी
लम्बी बंदाडूं पटसाल
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