विवाह - गीत - बाबा जे बेटी बुलावें / अवधी
बाबा जे बेटी बुलावें जांघ बैठावे
बेटी कौन कौन सुख पायु महसे कहो अर्थाये
सोने के कटोरवा बाबा हमरा भोजँव दुधवा हमरा अस्नान
सोने की पलंगिया बाबा हमरी सेजरिया भुईया मै लोटहूँ अकेल
उसर जोत बेटी काकर बोयों न जान्यो तित की मीठ
नगर पैईठ बेटी तोरा बार दूँढयों नहि जान्यो करमा तोहर
विवाह -गीत - मोरे पिछवरवाँ लौंगा कै पेड़वा / अवधी
मोरे पिछवरवाँ लौंगा कै पेड़वा लौंगा चुवै आधी रात
लौंगा मै चुन बिन ढेरिया लगायों लादी चले हैं बनिजार
लड़ चले हैं बनिजरवा बेटौवा लादि चले पिय मोर
हमरो डरिया फनावो बंजरवा हमहूँ चालब तोहरे साथ
भुखियन मरिबू पियासियन मरबू पान बिन होठ कुम्हिलाय
कुश कै गडरिया धना डासन पैइबू अंग छोलय छिल जाये
भुखिया अंगैबै पियसिया अंगैबै पनवा जो देबै बिसराय
तोहरे संघरिया प्रभु जोगिन होबै न संग माई न बाप
विवाह निमंत्रण गीत - अरे अरे करा भवरवा / अवधी
अरे अरे करा भवरवा करिया तोहरी जतिया
भवरा आजु मेरे काज परोजन नेवत दई आओ
अरगन नेवत्यो परगन नेवत्यो अउर नानियाउर
एक नहीं नेवत्यो बीरन भईया जेन्से बैर भये
सास भेटै आपन भईया नन्दा बीरन भईया अरे बाजरा कै
फाटै हमरी छतिया कही उठी भेटू अपने बीरन बिनु
अरे अरे करा भवरवा करिया तोहरी जतिया
भौरा फिर से नेवत्य दै आओ बीरन मोरे आवें
विवाह -गीत - मोरे अंगनवा चनन गछरुख्वा / अवधी
मोरे अंगनवा चनन गछरुख्वा अरे अछन बिछन होई गै डारि
तेहितर दुल्हे रामा घोडा दौरावैं अरे अरुझय दुल्हे रामा सिरपाग
अब कहाँ बाटियु पाणे (जो नाम चाहे लगा सकते हैं )
रामा धेरिया,पाडे रामा नतिनी अरे आई के छोडावौ सिरपाग
कैइसे कै आओं पाडे रामा पुतवा अरे पाडे रामा नतिया मोरा बाबा मडउवा में ठाढ
तब न लजानुयु पाडे रामा धेरिया पाड़ेहू रामा नतिनी जब रह्ल्यू बगलिया में ठाढ़ी
तब न लजानयौ पाडेह रामा पुतवा पादेह रामा नतिया मोरा बाबा जे देथै करिना दान
तिलक -गीत भितरा से बोलीं हैं / अवधी
भितरा से बोलीं हैं रानी कौशिल्या सुनो राजा दशरथ बचनी हमारी
सगरी अजोध्या में राम दुलरुआ तिलक आई बडि थोरी
सोभ्वा से बोले है राजा दशरथ सुनो जनक बचनी हमारी
सगरी अजोध्या में राम दुलरुआ तिलक आई बड़ी थोरी
हाथ जोरी राजा जनक जी बिनवैं सुनो दशरथ बचनि हमारी
तू तो हयो तीनो लोक ठाकुर हम होई जनक भिखारी
विवाह - गीत - बेरिया की बेरिया मै / अवधी
बेरिया की बेरिया मै बरिज्यो बाबा जेठ जनि रचिहो बियाह
हठी से घोडा पियासन मरिहै गोरा बदन कुम्हलाय
कहो तो मोरी बेटी छ्त्रू छ्वाओं कहो तो नेतवा ओहार
कहो तो मोरी बेटी सुरजू अलोपों गोरा बदन रहि जाय
काहे को मोरे बाबा छ्त्रू छ्वायो काहे कैं नेतवा ओहार
काहे को मोरे बाबा सुरजू अलोपों गोरा बदन रहि जाय
आजू कै रोजे बाबा तोहरी मडैइया कालही सुघर बार के साथ
काचहि दुधवा पियायो मोरी बेटी दहिया खियायो सढीयार
एकहू गुनहिया न लाइयु मोरी बेटी चल्यु परदेसिया के साथ
काहे कै मोरे बाबा दुधवा पियायो दहिया खियायो सढीयार
जानत रह्यो बेटी पर घर जइहें गोरा बदन रहि जाय
इहै दुधवा बाबा भैया कैं पीऔत्यों जेनि तोहरे दल कै सिंगार
विवाह -गीत - घुमची बरन मै सुन्नर / अवधी
घुमची बरन मै सुन्नर बाबा मुनरी बरन करिहांव
हमरे बरन बर ढुंढयो मेरे बाबा तब मोरा रचहू बियाह
इहड़ खोज्यो बेटी बीहड़ खोज्यो,खोज्यों मै देस सरिवार
तोहरे जोगे बेटी बर कतहूँ न पायों अब बेटी रह्हू कुवाँरि
इहड़ खोज्यो बाबा बीहड़ खोज्यो,खोज्यों तू देस सरिवार
चार परगिया पै नग्र अयोध्या दुइ बर राम कुवाँर
उहे बर माँगै बेटी अन धन सोनवा बारह बरद धेनू गाय
उहे बर माँगै बेटी नव लाख दायज हथिनी दुवारे कै चार
नहीं देबो मोरे बाबा अन धन सोनवा बारह बरद धेनू गाय
नहीं देबो मोरे बाबा नव लाख दायज तब बर हेरौ हरवाह
विवाह -गीत - सोवत रहीं अटरिया झझक / अवधी
सोवत रहीं अटरिया झझक उठ बैठीं
मईया केकरे दुआरे बाजन बाजे केकर होत है बियाह
मईया जे बेटी बुलावैं गोद बैईठावें
हसि कै बोलैं बेटी तोहरे दुआरियां बाजन बाजे तुहरहि होत है बियाह
नाही सीख्यौ मोरी मईया गुन ग्रस्थापन नाही सीख्यौ राम रसोय
सास ननद मोरा भैया गरियैहैं मोरे बूते सहयू न जाय
सिख लेहू मोरी बेटी गुन ग्रस्थापन सिख लेहू राम रसोय
सास ननद तोहरी भैया गरियहियें ले लिहो अचरा पसार
विवाह -गीत - मोरे पिछवरवाँ धन बसियरिया / अवधी
मोरे पिछवरवाँ धन बसियरिया
गलियाँ फिरही श्री राम रे
अस कोऊ नाही रे नगर अयोध्या राम पियासन जांये
भीतर से निकरी हैं सीता रानियवाँ हथवा गेडुवा जुड़ पानि
बैइठो न राम हो ऊँचे चबूतरा पियहु गेडुआ जुड़ पानि
केकर हौ तुन्ह बरी दुलारी केकर करिना कुआँर
केकरे घरा तू बेही बटुयु केकरि करिना कुआरि
रजा जनक कै बरी दुलारी उन्ही कै करिना कुआरि
राजा दसरथ घरा बेही बाटी राम कै होई बहुआरि
यतना बचन सुने राम से लक्षमन गलियाँ में हेरहिं कहार
अरे अरे कन्हरा भईया सोने कै डोलिया सजाओ मोरे भईया सीता अवध पहुचाओ
यतना बचन सुनी सीता रनिवा गलियाँ में छोड़हीन भोकार
अस कोयू नाही नगर अयोध्या राम मिले ठगहार
कंहवा कै यह माती हथिनिया / अवधी
कंहवा कै यह माती हथिनिया, कंहवा कै यह जाए
केहिके दुआरे लवंगिया कै बिरवा, तेहि तरे हथिनी जुड़ाए
उन्ह्वा वर का निवास कै यह माती हथिनिया,
उन्ह्वा वधु का निवास कै यह जाए
फलाने बाबू वधु के पिता का नाम द्वारे लवंगिया कै बिरवा,
तेहि तरे हथिनी जुड़ाए
महला से उतरे हैं भैया कवन बाबु वधु के भाई का नाम,
हाथ रुमालिया मुख पान
आपनि हथिनी पछारो बहनोइया,
टूटै मोरी लौंगा क डारि
भितरा से निकरी हैं बहिनी कवनि देई वधु का नाम,
सुनो भैया बिनती हमारि
जेहिके दुआरे भैया इत्ता दल उतरा सुघर बर उतरा,
त का भैया लौंगा क डारि??
अबहीं बारी है हमारी उमिरिया बाबा / अवधी
अबहीं बारी है हमारी उमिरिया बाबा
डारो शादी की अबहीं ना बेडिया बाबा
मै तोरी बगिया की नाजुक कलिया
डोले फिरूँ तोरे अँगना महलिया
तोहरे घरवा की हम हैं अंजोरिया बाबा
कच्चा घडा जैसन हमरी बदनिया
गलि जाई बाबा परी जब पनिया
छाई हमरे जीवन मे अन्हरिया बाबा
ब्याह की जल्दी ना करना तेयरिया
कर देना जब हो अठारह की उमिरिया
तोहरी महकी जब फुलवरिया बाबा
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