कजरी गीत | Kajri Geet Maithili Lokgeet Lyrics
बरिसन चाहे बदरबा गे दैया / कजरी मैथिली गीत
बरिसन चाहे बदरबा गे दैया
खन बरिसय खन गरजय गे दैया
दामिनि दमकय, खन बहय बयरबा
दादुर मोर पपीहा गाबय
विरह दगध भेल छतिया गे दैया
चारि मास हम आस लगाओल
घर नहि आयल पियरबा गे दैया
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस के
घुरि-फिरि करत निहोरा गे दैया
बरिसन चाहे बदरबा गे दैया
बदरा उमड़ि-उमड़ि घन गरजय / कजरी मैथिली गीत
बदरा उमड़ि-उमड़ि घन गरजय
बुन्दिया बरिस लागय ना
बदरा...
दादुर मोर पपीहा गाबय
जिया उमताबय ना, हो जिया उमताबय ना
बिरहक आगि कुहुकि कुहुकाबय
बइरी कोइलिया ना, हो बइरी कोइलिया ना
बदरा...
पिउ के पाती लिखब हम कत विधि
तइयो ने पिघलय ना, हो तइयो ने पिघलय ना
कन्त हमर हियहन्त भेल छथि
दरदो ने जानय ना, हो दरदो ने जानय ना
बदरा...
खलखल इजोरिया सखि हे निरमल हे रतिया / कजरी मैथिली गीत
खलखल इजोरिया सखि हे निरमल हे रतिया
हे निरमल रतिया, यमुना तीरे
झूला झुलै छै रे सांवरिया, यमुना तीरे
कदम के डरिया सखि हे लाल रे हिड़ोलबा
हे लाल हिड़ोलबा, यमुना तीरे
सखि हे बाजलै मजुरिया, यमुना तीरे
सजि गोप-गोपिया सखिया भरि गेलै डगरिया
हे भरि गेलै डगरिया, यमुना तीरे
सखि हे उमड़लै नगरिया हे यमुना तीरे
मोहनी मुरतिया सखिया भरलै हे नगरिया
हे भरलै हे नगरिया, यमुना तीरे
शोभय सांवली हे सुरतिया हे यमुना तीरे
खलखल इजोरिया सखि हे निरमल हे रतिया
कजरी खेलै लय गेलिऐ / कजरी मैथिली गीत
कजरी खेलै लय गेलिऐ
हे तूतक गली
झुमका हेरेलिऐ हे
अमरूदक गली
सासु कहय मार-मार
ननदि करय चुगली
जालिम बलमुआं जोर करै
खींच मारै अंगुली
कजरी खेलै लय गेलिऐ
हे तूतक गली
परबस पड़ल कन्हैया गे दैया / कजरी मैथिली गीत
परबस पड़ल कन्हैया गे दैया
मोहन मुरली बजैया
चैत-बैशाख के रौद लगतु हैं
सभ सखि बेनिया डोलैया। परबस...
जेठ अखाढ़ के बुन्द बरसि गेल
भीजैत हेता कन्हैया गे दैया। परबस...
साओन-भादव के नदिया उमड़ि गेल
खेबथि कृष्ण-कन्हैया गे दैया। परबस...
आसिन-कातिक के पर्व लगतु हैं
सभ सखि गंगा नहैया गे दैया। परबस...
अगहन-पूसक साड़ि लुबुधि गेल
भोगहु ने आयल कन्हैया गे दैया। परबस...
माघ-फागुन के रंग उड़तु हैं
खेलहु ने अयला कन्हैया गे दैया। परबस...
कहू ने सगुन केर बतिया गे दैया / कजरी मैथिली गीत
कहू ने सगुन केर बतिया गे दैया
चारि मास हम आस लगाओल
विरह दगध भेल छतिया गे दैया
अपनो ने आबथि, लिखि ने पठाबथि
केहन कठोर छनि छतिया गे दैया
ककरा सँ हम पतिया लिखायब
के समोधत बतिया गे दैया
देओरा सँ हम पतिया लिखायब
ननदि समोघत बतिया गे दैया
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिनु
कोना खेपब दिन-रतिया गे दैया
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