यैसो तन जात भजन बिन बीतौ।
काम केृल तन सेल समारत चेत तिनहिं सिर काल न भीतौ।
हठ कर कष्ठ दृष्ट नहिं फूटत संग्रह सुख-दुख कर सब हीतौ।
नहिं जानत कब काल अचानक अंतकाल उठ चालत रीतौ।
जूड़ीराम शबद बिन चीन्हें फिर-फिर अगन गवन कर नीतौ।
हिंदी कवि पर कविता, कहानी, ग़ज़ल - शायरी, गीत -लोकगीत, दोहे, भजन, हास्य - व्यंग्य और कुछ अन्य रचनाएं साहित्य के भंडार से
यैसो तन जात भजन बिन बीतौ।
काम केृल तन सेल समारत चेत तिनहिं सिर काल न भीतौ।
हठ कर कष्ठ दृष्ट नहिं फूटत संग्रह सुख-दुख कर सब हीतौ।
नहिं जानत कब काल अचानक अंतकाल उठ चालत रीतौ।
जूड़ीराम शबद बिन चीन्हें फिर-फिर अगन गवन कर नीतौ।
लोकप्रिय हिंदी भजन लिरिक्स विभिन्न कलाकारों , भक्त कवियों और संतों द्वारा गाए और रचाए गए भजन गीत भक्ति गीत का लिखित संग्रह क्लिक कर पढ़ें एवं...
No comments:
Post a Comment