राम करे सो होय रे मनवा भजन भजन / Ram Kare So Hoy Re Manwa Bhajan Bhajan

 

राम झरोखे बैठ के सब का मुजरा लेत .
जैसी जाकी चाकरी वैसा वाको देत ..

राम करे सो होय रे मनवा, राम करे सो होये ..

कोमल मन काहे को दुखाये, काहे भरे तोरे नैना .
जैसी जाकी करनी होगी, वैसा पड़ेगा भरना .
काहे धीरज खोये रे मनवा, काहे धीरज खोये ..

पतित पावन नाम है वाको, रख मन में विश्वास .
कर्म किये जा अपना रे बंदे, छोड़ दे फल की आस .
राह दिखाऊँ तोहे रे मनवा, राह दिखाऊँ तोहे ..

Laal Kavi ki Rachnaen pad

राम करे सो होय रे मनवा भजन भजन / पद/ मिश्रित रचना आपको कैसी लगी ?

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