राम बिन भाव करम नहिं छूटै धरनीदास भजन / Ram Bin Bhav Karam Nahin Chhootai Dharanidas Bhajan

 

राम बिन भाव करम नहिं छूटै।
साथ संग औ राम भजन बिन, काल निरंतर लूटै।
मल सेती जो मलको धोवै, सो मल कैसे छूटै।
प्रेम का साबुन नाम का पानी, दीय मिल तांता टूँटै।
भेद अभेद भरम का भांडा, चौड़े पड़ पड़ फूटै।
गुरू मुख सब्द गहै उर अंतर, सकल भरम से छूटै।
राम का ध्यान तु धर रे प्रानी, अमृत का मेंह बूटै।
जन दरियाव अरप दे आपा, जरामन तब टूटै। 

प्रभुजी तोकह लाज हमारी धरनीदास भजन / Bhajan Prabhuji Tokah Laaj Hamari Dharanidas Bhajan


प्रभुजी अब जनि मोंहि बिसारो धरनीदास भजन / Bhajan Prabhuji Ab Jani Mohi Visaro Dharanidas Bhajan

बहुत दिनन पिय बसल बिदेसा धरनीदास भजन / Bhajan Bahut Dinnan Piya Basal Bidesa Dharanidas Bhajan

भई कंत दरस बिनु बावरी धरनीदास भजन / Bhajan Bhai Kant Darshan Bin Bawari Dharanidas Bhajan

Comments

Popular Posts

Ahmed Faraz Ghazal / अहमद फ़राज़ ग़ज़लें

अल्लामा इक़बाल ग़ज़ल /Allama Iqbal Ghazal

Ameer Minai Ghazal / अमीर मीनाई ग़ज़लें

मंगलेश डबराल की लोकप्रिय कविताएं Popular Poems of Manglesh Dabral

Ye Naina Ye Kajal / ये नैना, ये काजल, ये ज़ुल्फ़ें, ये आँचल

Akbar Allahabadi Ghazal / अकबर इलाहाबादी ग़ज़लें

Sant Surdas ji Bhajan lyrics संत श्री सूरदास जी के भजन लिरिक्स

Adil Mansuri Ghazal / आदिल मंसूरी ग़ज़लें

बुन्देली गारी गीत लोकगीत लिरिक्स Bundeli Gali Geet Lokgeet Lyrics

Mira Bai Ke Pad Arth Vyakhya मीराबाई के पद अर्थ सहित