प्रभुजी तोकह लाज हमारी धरनीदास भजन / Bhajan Prabhuji Tokah Laaj Hamari Dharanidas Bhajan

 

प्रभुजी तोकह लाज हमारी।
नीलकंठ नरहरि नाराइण, नील बसन बनवारी।
परम पुरख परमेस्वर स्वामी, पावन पउन अहारी।
माधव महाजोति मध-मरदन, मान मुंकंद मुरारी।
निर्विकार निरजुर निंद्रासिवन, निर्बिख नरक निवारी।
कृपा सिंधु कालत्रैदरसी, कुकृत-प्रनासन-कारी।
धनुर वान-धृत मान धराधर, अनिविकार असिधारी।
हौं मतिमंद चरन सरनागत, करन गहि लेहु उबारी। 

संतो कहा गृहस्त कहा त्यागी धरनीदास भजन / Santo Kaha Grihast Kaha Tyagi Dharanidas Bhajan

सुमिरो हरि नमहि बौरे धरनीदास भजन / Sumiro Hari Namahi Boure Dharanidas Bhajan

हरिजन बा मद के मतवारे धरनीदास भजन / Harijan Ba Mad Ke Matware Dharanidas Bhajan

Comments

Popular Posts

Ahmed Faraz Ghazal / अहमद फ़राज़ ग़ज़लें

अल्लामा इक़बाल ग़ज़ल /Allama Iqbal Ghazal

Ameer Minai Ghazal / अमीर मीनाई ग़ज़लें

मंगलेश डबराल की लोकप्रिय कविताएं Popular Poems of Manglesh Dabral

Ye Naina Ye Kajal / ये नैना, ये काजल, ये ज़ुल्फ़ें, ये आँचल

Akbar Allahabadi Ghazal / अकबर इलाहाबादी ग़ज़लें

Sant Surdas ji Bhajan lyrics संत श्री सूरदास जी के भजन लिरिक्स

Adil Mansuri Ghazal / आदिल मंसूरी ग़ज़लें

बुन्देली गारी गीत लोकगीत लिरिक्स Bundeli Gali Geet Lokgeet Lyrics

Mira Bai Ke Pad Arth Vyakhya मीराबाई के पद अर्थ सहित