पियाजू के पास अगम गति पाई।
बलिहारी सतगुरु चरनन की जिन जो मारग दियो दिखाई।
मारग चीन मिली प्रीतम को सकल सोच भ्रम दूर गमाई।
जो सुख सकी पिया अपने को सो अब कहों कौन सें जाई।
पिय जू के पास आस सब पूजी जूड़ीराम प्रेम गुण गाई।
हिंदी कवि पर कविता, कहानी, ग़ज़ल - शायरी, गीत -लोकगीत, दोहे, भजन, हास्य - व्यंग्य और कुछ अन्य रचनाएं साहित्य के भंडार से
पियाजू के पास अगम गति पाई।
बलिहारी सतगुरु चरनन की जिन जो मारग दियो दिखाई।
मारग चीन मिली प्रीतम को सकल सोच भ्रम दूर गमाई।
जो सुख सकी पिया अपने को सो अब कहों कौन सें जाई।
पिय जू के पास आस सब पूजी जूड़ीराम प्रेम गुण गाई।
लोकप्रिय हिंदी भजन लिरिक्स विभिन्न कलाकारों , भक्त कवियों और संतों द्वारा गाए और रचाए गए भजन गीत भक्ति गीत का लिखित संग्रह क्लिक कर पढ़ें एवं...
No comments:
Post a Comment