बनवारी रे जीने का सहारा तेरा नाम रे भजन भजन / Bhajan Banwari Re Jeene Ka Sahara Tera Naam Re Bhajan Bhajan

 

बनवारी रे
जीने का सहारा तेरा नाम रे
मुझे दुनिया वालों से क्या काम रे

झूठी दुनिया झूठे बंधन, झूठी है ये माया
झूठा साँस का आना जाना, झूठी है ये काया
ओ, यहाँ साँचा तेरा नाम रे
बनवारी रे …

रंग में तेरे रंग गये गिरिधर, छोड़ दिया जग सारा
बन गये तेरे प्रेम के जोगी, ले के मन एकतारा
ओ, मुझे प्यारा तेरा धाम रे
बनवारी रे …

दर्शन तेरा जिस दिन पाऊँ, हर चिन्ता मिट जाये
जीवन मेरा इन चरणों में, आस की ज्योत जगाये
ओ, मेरी बाँहें पकड़ लो श्याम रे
बनवारी रे …

Laal Kavi ki Rachnaen pad

बनवारी रे जीने का सहारा तेरा नाम रे भजन भजन / पद/ मिश्रित रचना आपको कैसी लगी ?

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