अब गुरु सरन लियो तक तेरो।
करो आनंद फंद नहि व्यापें दुरमत दुविदा दूर खदेरो।
बहो जात भौसागर मांही बांह पकर गुरु मोहु उबेरो।
जान अनाथ नाथ अपनो कर राम नाम को करो बसेरो।
ठाकुरदास मिले गुरु पूरे जूड़ीराम चरन को चेरो।
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अब गुरु सरन लियो तक तेरो।
करो आनंद फंद नहि व्यापें दुरमत दुविदा दूर खदेरो।
बहो जात भौसागर मांही बांह पकर गुरु मोहु उबेरो।
जान अनाथ नाथ अपनो कर राम नाम को करो बसेरो।
ठाकुरदास मिले गुरु पूरे जूड़ीराम चरन को चेरो।
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