पढणो चायो हे बहन बनारस में ब्यांरा दादाजी।
जावण देय, बनासा थे यांही भणो जी।
थांका गुरुजी से पचरंग मोलियो थांकी गुराणी ने।
दिखणी रो चीर, बनासा थे यहीं भणो जी।
थांका गुरुजी ने मुरक्यां दोवड़ा थारी गुराणी ने
नौसर हार, बनासा थे मांही यांही भणो जी।
राजस्थानी शादी ब्याह वैवाहिक मारवाड़ी गीत लोकगीत अगले ---> पृष्ठ पर
Rajasthani Lokgeet Lyrics in Hindi राजस्थानी लोकगीत लिरिक्स अगले ---> पृष्ठ पर
No comments:
Post a Comment